नोट बैन: पति अस्पताल में, पत्नी दिनभर काटती रही बैंकों के चक्कर
मुंबई में एक महिला तीन बैंक अकाउंट होने के बावजूद दिनभर रुपयों के लिए भटकती रही।
मुंबई। मंगलवार को 1000 और 500 के नोट पर बैन के बाद जहां इसे कालेधन पर कड़ा प्रहार कहा जा रहा है, वहीं इससे आम जनता को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुंबई में एक महिला को बीमार पति के लिए बैंक से पैसा निकालने के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मंगलवार को पीएम मोदी के 500 और 1000 के नोट पर बैन के ऐलान के बाद लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। खासतौर से उन लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जो बीमार हैं या फिर जिनके यहां शादी है।
गुरूवार को मुंबई में पति के ऑपरेशन के लिए रुपयों की जरूरतमंद एक महिला की परेशानी इतनी बढ़ गई कि उसकी आंखों में आंसू आ गए।
मुंबई के दहिसर की रहने वाली एल मेनन नाम की महिला गुरूवार को तीन बैंकों में गई लेकिन उसे पैसा ना मिल सका। महिला ने बतााय कि उनके पास पैसा है और तीन बैंकों में खाता भी है। इसके बावजूद वो गुरूवार को पैसा निकालने में नाकामयाब रही।
पति के इलाज के लिए चाहिए रुपये
महिला ने बताया कि उसके पति को किडनी में पथरी है, उनको हाई ब्लड प्रेशर की भी परेशानी है। गुरूवार को परेशानी बढ़ी तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों नें सर्जरी की सलाह दी।
महिला ने बताया कि अगर सर्जरी के लिए एक-दो दिन रुक भी जाएं तो दवाओं के लिए तो पैसे चाहिए ही। ऐसे में वो सुबह ही बैंक पहुंच गईं।
मेनन ने बताया कि जिस बैंक वो पहुंची वहां कुछ घंटे के बाद ही कैश खत्म होने की बात कह दी गई। वहीं दूसरे ने 2 बजे के बाद कूपन देना बंद कर दिया क्योंकि भीड़ बहुत बढ़ गई थी। वो तीसरे बैंक भी गईं लेकिन पैसा निकाल पाने में कामयाब नहीं हो पाईं।
महिला ने कहा कि अचानक हुए फैसले से परेशानी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर घर में सब ठीक होता तो बहुत दिक्कत नहीं आती लेकिन पति की बीमारी की वजह से बहुत मुश्किल पेश आ रही है।
कई राजनेता जता चुके हैं विरोध
आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 500 और 1000 के नोट पर बैन की बात कही थी। राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम ने कहा था कि ब्लैक मनी पर प्रहार करने के लिए 1000 के नोट बंद होंगे जबकि 500 के नोट बदले जाएंगे।
पीएम ने 1000 और 500 रुपये के मौजूदा करंसी नोटों को 8 नवंबर की रात 12 बजे से बंद करने का ऐलान किया। पीएम मोदी ने कहा था कि 500 और 1000 रुपये के करैंसी नोट कानूनी रूप से मान्य नहीं रहेंगे।
पीएम मोदी ने इस बैन का उद्देश्य बताते हुए कहा कि हम जाली नोटों और करप्शन के खिलाफ जो जंग लड़ रहे हैं, इससे उस लड़ाई को ताकत मिलेगी।
मोदी सरकार के नोट बैन को केजरीवाल ने कहा अजीब फैसला
पीएम के फैसले पर कई राजनातिक दल भी विरोध जता चुके हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पीएम की नोट बैन की मंशी पर सवाल उठा चुके हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी फैसले से नाखुशी जताई है।
सपा मुखिया ने जहां नोट बैन के मुद्दे को संसद में उठाने की बात कही है, वहीं मायावती ने पीएम ने फैसले को आर्थिक आपातकाल बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना की है।