बीएमसी को आया गुस्सा, बोली मांस खाने वालों को अगर न मिले फ्लैट तो बिल्डर की करें शिकायत
मुंबई महानगरपालिका ने बुधवार को मुंबई के लोगों से उन लोगों के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने को कहा है जो मांस खाने वालों को फ्लैट बेचने से इंकार कर दे रहे हैं।
मुंबई। मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बुधवार को मुंबई के लोगों से उन लोगों के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने को कहा है जो मांस खाने वालों को फ्लैट बेचने से इंकार कर दे रहे हैं। बीएमसी की सुधार समिति ने मंगलवार को एक बार फिर उन बिल्डरों के खिलाफ आवाज उठाने को कहा है जो फ्लैट बेचने में लोगों के बीच भेदभाव करते हैं। भाजपा को छोड़कर ज्यादातर कॉरपोरेटर्स ने इस मामले में बिल्डर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिसमें पानी रोकना, बिजली कनेक्शन काटना भी शामिल है। पर बीएमसी अधिकारियों ने कानून और व्यवस्था का हवाला देते हुए ऐसा करने से मना कर दिया, क्योंकि यह राज्य सरकार का काम है।
बीएमसी के प्रमुख अजॉय मेहता ने टीओआई से कहा कि यह मामला बीएमसी के तहत नहीं आया है। यह प्रोजेक्ट प्राइवेट जमीनों पर बने हैं, इसलिए निकाय संस्था का रोल सिर्फ उनके तकनीकी पहलुओं और अप्रूवल जारी करने तक ही सीमित है। आपको बताते चलें कि पिछले साल एमएनएस नेता और दादर के शिवाजी पार्क इलाके के पूर्व कॉरपोरेटर संदीप देशपांडे ने मांग उठाते हुए कहा था कि बीएमसी को उन लोगों को अस्वीकृति, प्रारंभिक प्रमाणपत्र (सीसी) जारी नहीं करना चाहिए, जो गैर-शाकाहारी खाने वालों को फ्लैट बेचने से इनकार करते हैं।
देश के सबसे पैसे वाली नगर निगम मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) में 21 फरवरी को वोट डाले गए थे। इस नगर निगम में पिछले करीब दो दशक से भाजपा और शिवसेना गठबंधन का कब्जा था। पर इस बार दोनों पार्टी अलग अलग चुनाव में उतरी थीं। बीएमसी की 227 सीटों में शिवसेना को 84, भाजपा 81, कांग्रेस को 31, एनसीपी को 9, एमएनएस 7 और अन्य को 14 सीटें मिली हैं।