नवाज-सेना के बीच मतभेद की खबर देने वाले पत्रकार पर आफत
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के लीडिंग डेली द डॉन के एक पत्रकार के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वजह है पाकिस्तान सेना और पाकिस्तान सरकार के बीच मतभेद की खबरों के बारे में दुनिया को जानकारी देना।
तनाव पर की फ्रंंट पेज स्टोरी से नाराज सरकार
द डॉन में सेरिल अलमेडा जो कि असिस्टेंट एडीटर के पद पर हैं , उन्होंने एक ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। सेरिल ने ट्वीट किया कि उन्हें पाक की 'एग्जिट कंट्रोल लिस्ट' में उस समय रख दिश गया जब कुछ दिनों पहले उन्होंने सरकार और सेना के मतभेदों से जुड़ी एक फ्रंट पेज स्टोरी की थी।
क्या थी सेरिल की स्टोरी
इस स्टोरी के मुताबिक सरकार ने सेना को आदेश दिया था कि वह या तो आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे या फिर दुनिया में अलग-थलग रहने को तैयार रहे।
अलमेडा ने लिख है कि वह इस फैसले से अचंभित हैं और दुखी हैं। पाकिस्तान उनका घर है और वह इसे छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं।
पाक सरकार ने सेरिल की इसे रिपोर्ट से साफ इंकार कर दिया था। वहं प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उन सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है जो इस स्टोरी के पब्लिश होने के लिए जिम्मेदार हैं।
सोमवार को हुई पीएम और जनरल की मुलाकात
सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, वित्त मंत्री इश्हाक डार, आतंरिक मामलों के मंत्री निसार अली खान, पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ और आईएसआई के चीफ रिजवाज अख्तर से मुलाकात की थी। सोमवार को हुई इस मुलाकात के बाद ही अलमेडा के खिलाफ यह आदेश जारी हुआ है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है मीटिंग में कि डॉन की स्टोरी पर नेशनल सिक्योरिटी से जुड़े मुद्दों के साथ चर्चा की गई। बयान के मुताबिक इस स्टोरी में जिन लोगों के हवाले से जो भी बातें की गई हैं वह साफ तौर पर आक्रामक नजर आती हैं।
ये राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हैं और इनसे देश को खतरा हो सकता है। बयान में यह भी कहा गया है कि जो भी तथ्य पेश किए गए हैं वे वास्तविक तौर पर गलत हैं।