गाय के मांस के बारे में लिखा होने पर मध्य प्रदेश सरकार ने किताब को किया ब्लैकलिस्ट
पोस्ट ग्रेजुएशन की भारत का भूगोल नाम की इस किताब में 'गौंड' शब्द का अर्थ गौंडी भाषा में 'गाय मारने वाला' या 'गाय का मांस खाने वाला' बताया गया है।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की सरकार ने एक किताब में गौमांस का जिक्र होने पर किताब को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। किताब में गाय को मार कर खाने वाली जाति के जिक्र की ये बात कांग्रेस विधायक ने मध्य प्रदेश विधानसभा में उठाई थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए बुधवार को किताब को बैन कर दिया गया। शिक्षा मंत्री जयभान सिंह ने प्रकाशक और लेखर को ब्लैकलिस्ट करने से इंकार किया तो मध्यप्रदेश सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि लेखक हरीश कुमार खत्री और प्रकाशक को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, भारत का भूगोल नाम की इस किताब में 'गौंड' शब्द का अर्थ गौंडी भाषा में 'गाय मारने वाला' या 'गाय का मांस खाने वाला' बताया गया है। इस किताब के लेखक हरीश कुमार खत्री हैं। मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने बताया कि किताब को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है और कॉलेज को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि कॉलेज ने इस किताब को पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं होने के बावजूद खरीदा है।
विपक्ष
ने
बताया
था
गौंड
जाति
का
अपमान
विपक्ष
के
नेता
अजय
सिंह
ने
सदन
में
मामला
उठाते
हुए
कहा
था
कि
यह
गौंड
जनजाति
का
अपमान
है।
सिंह
ने
पोस्ट
ग्रेजुएट
छात्रों
के
बीच
बांटी
गई
किताब
का
ये
पैरा
पढ़ा
था
तो
कांग्रेस
विधायकों
ने
शेम-शेम
के
नारे
लगाए
थे।
सिंह
ने
खत्री
के
खिलाफ
कार्रवी
की
मांग
की
थी।
महाराष्ट्र के रहने वाले लेखक खत्री ने कहा कि किताब में विवादित पैरा साल 2013 के एडिशन में आया था, लेकिन बाद में इसके दूसरे एडिशन में इस पैरा को हटा दिया गया था। उन्होंने कहा कि कार्रवाई से मुझे ऐसा लग रहा है कि मैंने किसी की हत्या कर दी है। खत्री ने कहा कि वो अपनी जिंदगी को खतरा महसूस कर रहे हैं।