टॉइलट में जन्म के साथ ही फ्लश हो गई नवजात, 2 घंटे बाद सीवेज टैंक से जिंदा निकली
भोपाल। यह किसी चमत्कार से कम नहीं है कि शौचालय में ही जन्मीं एक नवजात जो उसी में फ्लश हो गई और करीब 2 घंटे बाद उसे सीवेंज टैंक से निकाला गया। फिलहाल बच्ची स्वस्थ है। घटना मध्य प्रदेश के शिवपुर जिले की है जहां महिला ने अनजाने में शौचालय में नवजात को जन्म दे दिया। हालांकि यह ऐसा इलाका है जहां भ्रूणहत्या की संख्या ज्यादा है ऐसे में पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या लड़की होने के चलते नवजात को शौचालय में फ्लश किया गया या फिर यह वाकई अनजाने में हुआ।
महिला की पहचान पपिता गुर्जर (28) के रूप में की गई , जो शिवपोर जिला मुख्यालय से लगभग 165 किलोमीटर दूर के बंगरोद गांव की रहने वाली हैं। मिली जानकारी के अनुसार जब पपिता शौचालय से बाहर आई तो उसने पेट में दर्द की शिकायत की। इसके बाद पति घनश्याम गुर्जर ने उन्हें विजापुर समुदाय स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले गए।
जब डॉक्टरों ने पूछा तो परिवार के सदस्यों ने कहा कि शौचालय से बाहर आने के बाद उसके पेट में एक गंभीर दर्द हुआ था। पति ने कहा कि संभवतः उउसने शौचालय के अंदर बच्चे को जन्म दे दिया हो। विजयपुर सीएचसी के मेडिकल ऑफिसर डॉ अशोक खीरे ने कहा कि हमें भी संदेह था कि उसने शौचालय में बच्चे को जन्म दिया होगा। मैंने तुरंत ही एम्बुलेंस को उनके घर भेज दिया।
डॉक्टर ने कहा जब एम्बुलेंस चालक शौचालय के अंदर चला गया तो उसने बच्चे को रोते हुए सुना। वह फिर पीछे चला गया और सीवेज टैंक खोलकर बच्चे को बचाया। डॉ. खरे ने कहा, यह एक चमत्कार है कि बच्ची करीब 2 घंटे तक सीवेज में थी। शिशु को अस्पताल ले जाया गया और नवजात आईसीयू में भर्ती कराया गया, वह अब स्थिर है। हालांकि डॉक्टर और पुलिस को अब भी एक सवाल के जवाब की तलाश है कि आखिर गर्भनाल कैसे काटी गई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।