सुंदरलाल पटवा का निधन, शिवराज सिंह चौहान ने जताया शोक, मध्यप्रदेश के दो बार सीएम रहे
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सुंदरलाल पटवा 1999 से 2001 तक मंत्री रहे। पटवा कड़े अनुशासक के रूप में जाने जाते थे। 1948 में आरएसएस के आंदोलन में भाग लेने के कारण वो 7 महीनों तक जेल में भी रहे।
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा का बुधवार सुबह हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया है। उनकी उम्र 92 वर्ष थी। सुंदरलाल पटवा मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पहले मुख्यमंत्री थे। सुंदरलाल पहली बार 20 जनवरी 1980 से 17 फरवरी 1980 तक मध्य प्रदेश में जनता पार्टी के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद 5 मार्च 1990 से 15 दिसंबर 1992 तक भाजपा के नेता के तौर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। पटवा ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत जनसंघ से की, जिसका 1977 में जनता पार्टी में शामिल हो गया। इसके बाद हिंदुत्व की विचारधारा को मानने वाले नेताओं ने 1980 में जनता पार्टी से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी बना ली।
सुंदरलाल
पटवा
के
निधन
पर
शोक
व्यक्त
करते
हुए
मध्य
प्रदेश
के
मुख्यमंत्री
शिवराज
सिंह
चौहान
ने
कहा
कि
जनहित,
विकास
के
लिए
अपना
सम्पूर्ण
जीवन
होम
कर
देने
वाले
मप्र
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
श्री
सुंदरलाल
पटवा
का
निधन
प्रदेश
के
लिए
अपूरणीय
क्षति
है।
शिवराज
ने
ट्वीट
करते
हुए
कहा
कि
मप्र
के
सर्वांगीण
विकास
हेतु
आजीवन
प्रयासरत
रहने
वाले
श्रद्धेय
सुंदरलाल
पटवा
जी
आप
स्वच्छ
राजनीति
के
पर्याय
हैं।
आपको
भुलाया
नहीं
जा
सकेगा।
सर्वशक्तिमान
ईश्वर
से
आदरणीय
सुंदर
लाल
पटवा
की
आत्मा
की
शांति
और
परिजनों
को
यह
वज्रपात
सहन
करने
की
शक्ति
देने
की
प्रार्थना
करता
हूं।
सुंदरलाल
पटवा
भारत
सरकार
में
कैबिनेट
मंत्री
भी
रहे।
वे
1997
में
पहली
बार
मध्य
प्रदेश
की
छिंदवाड़ा
सीट
पर
हुए
उपचुनाव
में
लोकसभा
चुनाव
जीतकर
सांसद
बने।
हालांकि
1998
में
हुए
आम
चुनाव
पटवा
हार
गए।
इसके
बाद
1999
में
होशंगाबाद
सीट
से
जीतकर
वे
सांसद
बने।
अटल
बिहारी
वाजपेयी
की
सरकार
में
सुंदरलाल
पटवा
1999
से
2001
तक
मंत्री
रहे।
पटवा
कड़े
अनुशासक
के
रूप
में
जाने
जाते
थे।
1948
में
आरएसएस
के
आंदोलन
में
भाग
लेने
के
कारण
वो
7
महीनों
तक
जेल
में
भी
रहे।
1951
से
वे
जनसंघ
के
सक्रिय
कार्यकर्ता
के
रुप
में
काम
करने
लगे।
उन्हें
1989
में
'विधान
गौरव'
सम्मान
से
भी
नवाजा
गया।
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