मौत के मुहाने पर खड़ी जिंदगी, लाखों रुपए होने के बाद भी नहीं हो पा रहा लीवर ट्रांसप्लांट
अपनी ही पार्टी की सरकार का फैसला इस भाजपा सदस्य के लिए मंहगा पड़ रहा है।
टीकमगढ़। 500 और 1,000 रुपए के नोट जब अवैध घोषित किए गए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इलाज के लिए पुराने नोट मान्य होंगे। पीएम मोदी ने यह बात तो राष्ट्र से कह दी लेकिन हकीकत कुछ और ही है।
मध्य प्रदेश स्थित टीकमगढ़ में रहे शख्स के लिए उसके ही पीएम और पार्टी की सरकार का फैसला भारी पड़ गया। हालात ये गए हैं कि ये शख्स मौत के मुहाने पर है।
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अगर इसे समय रहते शख्स का इलाज नहीं हुआ, तो यह अपनी जिन्दगी की जंग की हार जाएगा।
फेल हो चुका है लीवर
तस्वीर में आप जिस शख्स को पैसों के पास लेटा हुआ देख रहे हैं वो हैं भारतीय जनता पार्टी के लिधौरा नगर अध्यक्ष हरिकृष्ण गुप्ता। गुप्ता का लीवर फेल हो चुका है। आर्थिक समस्या के कारण इन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की और इन्हें करीब 11 लाख रुपए मिले भी लेकिन 8 नवबंर को हुए फैसले के बाद ये पैसे भी इनके किसी काम के नहीं है।
4 माह से पड़े हैं बिस्तर पर
हरिकृष्ण बीते 4 माह से बिस्तर पर ही हैं। बताया कि गुप्ता के इलाज में करीब 19 लाख रुपए का खर्च है। रिश्तेदारों और सहयोगियों के सहयोग से 11 लाख रुपए इक्ट्ठे तो हो गए तो लेकिन नोट बंदी के बाद इसे बदलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मकान बेचने की पेशकश
बकौल गुप्ता उन्होंने अपना मकान बेचने की भी पेशकश की लेकिन प्रधानमंत्री के फैसले के बाद यह भी नहीं हो सका। तस्वीर में आप देख सकते हैं कि हरीकृष्ण गुप्ता के नेमप्लेट के नीचे लिखा है 'यह मकान बिकाऊ है। कम से कम कीमत पर बेंचने को तैयार हैं।'
इससे गुप्ता के परिजन और रिश्तेदार परेशान हैं। गुप्ता कहते हैं कि कोई मकान भी खरीदने को तैयार नहीं है और उतनी धनराशि हमारे पास नहीं है।
भाई का लीवर किया मैच
इस मसले पर गुप्ता के पुत्र अमित कहा कहना है कि कोई पुराने नोट नहीं बदल रहा है। उन्हें अब सरकार के नुमाइंदों से आस है। हालांकि भाजपा नेता गुप्ता की जिन्दगी बचाने के लिए उनके भाई हरिमोहन गुप्ता आगे आए। संयोग से हरिमोहन का लीवर हरिकृष्ण से मैच कर गया। लेकिन सरकार के फैसले के बाद अपने भाई को घुट-घुट कर जिन्दगी जीता देखा हरिमोहन का मन भी बेचैन है।
पीएम और पार्टी से है उम्मीद
अपने ही पार्टी की सरकार के फैसले से हरिकृष्ण जिन्दगी जद्दोजहद कर रहे हैं। हरिकृष्ण को उम्मीद है कि उनकी पार्टी का कोई नेता उनके लिए देवता बन कर आए और उनके जिन्दगी को नया जीवनदान देगा। हरिकृष्ण को उम्मीद है कि पीएम मोदी अपने इस कार्यकर्ता की उम्मीद सुन लें।
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