बचपन के स्कूल में पहुंचकर भावुक हुए सीएम शिवराज, सुनाई अपनी जिंदगी की कहानी
कहानी उत्सव प्रोग्राम में भाग लेने सीएम शिवराज पहुंचे अपने स्कूल। वहां जाकर उन्होंने अपनी जिंदगी की स्टोरी सुनाई।
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने बचपन के स्कूल में पहुंचे तो भावुक हो गए और उन्होंने अपनी जिंदगी की कहानी सुनाई। सीएम शिवराज, शिवाजी नगर स्थित मिड्ल स्कूल में कहानी उत्सव प्रोग्राम में हिस्सा लेने गए थे।
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1969 में इस स्कूल में पढ़े थे शिवराज
इस स्कूल में शिवराज सिंह चौहान ने छठी से लेकर आठवीं क्लास तक की पढ़ाई की थी। सरकारी स्कूल में चलाए जा रहे कहानी उत्सव प्रोग्राम में भाग लेने आए सीएम शिवराज ने महाभारत और गांधी जी के प्रसंगों को सुनाने के साथ-साथ उन दिनों की यादें भी ताजा कीं जब वे इस स्कूल में पढ़ाई करते थे।
शिवराज ने अपने स्कूल के दिनों को किया याद
अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे रविशंकर नगर से पैदल आते थे। उन्होंने अपने टीचर कश्यप सर और शैलबाला मैम का नाम लिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के आशीर्वाद से ही वो बेहतर इंसान बन पाए।
सीएम ने कहा कि वे फुटबॉल खूब खेलते थे और क्लास में हमेशा डिस्टिंक्शन नंबर लाते थे। उन्होंने कहा, 'आठवीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए टीटी नगर के सरकारी गर्वनमेंट मॉडल स्कूल चला गया। इमरजेंसी के विरोध में लगभग साढ़े नौ महीने जेल की सजा काटी। 1977 में मैंने ग्यारवीं क्लास की परीक्षा दी और फर्स्ट डिवीजन से पास हुआ। इसके बाद मैंने ग्रेजुएशन के बाद फिलॉसिफी में एमए किया और उसमें भी फर्स्ट डिवीजन पाया।' उन्होंने बच्चों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने की प्रेरणा दी।
बच्चों के 'मामा' है शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बच्चों के बीच माम के नाम से मशहूर हैं। उन्होंने अपने स्कूल की बिल्डिंग की रिपेयरिंग करवाने और एक नई बिल्डिंग बनाने की भी घोषणा की।
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