ISI के लिए जासूसी मामले में एटीएस ने की 12वीं गिरफ्तारी
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को सूचनाएं देने के आरोप में एटीएस ने बलराम के सहयोगी सहयोग सिंह को गिरफ्तार किया है, ये केस में 12वीं गिरफ्तारी है।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले 11 लोगों को मध्य प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने 9 फरवरी को गिरफ्तार किया था। ये लोग फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज चला रहे थे और उसके जरिए फोन कॉल को सैटेलाइट कॉल में कनवर्ट करते थे। ये गिरफ्तारियां भोपाल, सतना और ग्वालियर जिलों से हुईं। एटीएस ने बताया कि इन लोगों की गतिविधियों पर काफी समय से नजर रखी जा रही थी। ये सभी आरोपी संवेदनशील जानकारियां ISI को लीक करते थे।
एटीएस
ने
बताया
कि
इन
लोगों
की
गतिविधियों
पर
काफी
समय
से
नजर
रखी
जा
रही
थी।
ये
सभी
आरोपी
संवेदनशील
जानकारियां
ISI
को
लीक
करते
थे।
छापेमारी
के
दौरान
एटीएस
ने
मौके
से
भारी
मात्रा
में
चाइनीज
उपकरण
बरामद
किए
साथ
ही
अलग-अलग
कंपनियों
के
सिम
कार्ड
भी
मिले
थे।
प्राप्त
जानकारी
के
अनुसार
पकड़े
गए
आईएसआई
के
11
जासूसों
को
वेतन
भी
मिलता
था।
जो
लोग
गिरफ्तार
हुए
हैं,
उनको
प्रदेश
के
सत्ता
पक्ष
के
लोगों
का
भी
करीबी
बताया
जा
रहा
है।
गिरफ्तार
किए
गए
लोगों
की
आरएसएस
से
भी
नजदीकी
और
जुड़े
होने
की
बात
सामने
आई
है।
पढ़ें-
संघ
परिवार
के
संगठनों
से
जुड़े
लोगों
के
आईएसआई
'कनेक्शन'
पर
खामोशी
क्यों?