यूपी में कोर्ट कचहरी को नहीं जरूरत, सबक सिखाने के लिए लोगों को जिंदा जला दिया जाता है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जिस तरह से अराजकता सिर चढ़कर बोल रही है वह यहां के आईएएस अब खुलकर बोल रहे हैं। इस बार यूपी के आईएएस अधिकारी एसपी सिंह ने सरकार पर संगीन आरोप लगाते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानि वीआरएस मांगा है।
एसपी सिंह ने मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने सरकार के कामकाज और प्रदेश में बढ़ती अराजकता पर सवाल उठाते हुए वीआरएस मांगा है। एसपी सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि यूपी में निष्ठा से काम करना अब बहुत मुश्किल हो गया है।
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उन्होने कहा कि यहां इंसाफ की नयी परिभाषा गढ़ी जा रही है लोगों को जलाकर मार डाला जाता है। एसपी सिंह ने काफी तल्ख शब्दों में लिखा है कि यूपी में अब कोर्ट कचहरी की कोई जरूरत नहीं है। यहां इंसाफ की नयी परिभाषा गढ़ी जाने लगी है। सबक सिखाने के लिए यहां लोगों के लिए नयी न्यायिक व्यवस्था शुरु हो गयी है।
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गौरतलब है कि इससे पहले भी यहां कई ब्यूरोक्रैट्स ने राज्य सरकार पर कई संगीन सवाल उठाये हैं। आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने पहले ही यूपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। लेकिन उनके खिलाफ सरकार ने कई जांच बैठाकर उन्हें निलंबित कर दिया है।