ढर्रे पर लौटी सपा, शिवपाल बोले सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए साथ आने की जरूरत
शिवपाल सिंह ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए लोहियावादी और चौधऱी चरण सिंह को मानने वालों को एक साथ आने की जरूरत है।
लखनऊ। समाजवादी कुनबे में जबरदस्त कोहराम के बाद एक बार फिर से समाजवादी पार्टी अपने पुराने ढर्रे पर लौट रही है। शिवपाल सिंह यादव ने एक बार फिर से सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए एक साथ आने की बात कही है।
अखिलेश के सामने बड़ा नेता बनकर उभरने की चुनौती
हो
सकता
है
महागठबंधन
शिवपाल
सिंह
ने
कहा
कि
सांप्रदायिक
ताकतों
से
लड़ने
के
लिए
लोहियावादी
और
चौधरी
चरण
सिंह
को
मानने
वाले
एक
बार
फिर
से
साथ
आना
चाहिए।
शिवपाल
सिंह
के
इस
बयान
से
यह
कयास
लगाए
जा
रहे
हैं
कि
सपा
और
आरएलडी
का
एक
बार
फिर
से
गठबंधन
हो
सकता
है
अखिलेश के करीबी मंत्री पवन पांडेय सपा से निष्कासित
अजीत
सिंह
ने
भी
लिखा
पत्र
इससे
पहले
आएलडी
मुखिया
अजीत
सिंह
ने
मुलायम
सिंह
को
एक
पत्र
लिखकर
कहा
था
कि
सांप्रदायिक
ताकतों
से
लड़ने
के
लिए
लोहियावादी
और
चौधरी
चरण
सिंह
को
मानने
वालों
को
एक
साथ
आने
की
जरूरत
है।
अजीत
सिंह
के
इसी
बयान
को
शिवपाल
सिंह
ने
मीडिया
के
सामने
दोहराया
है।
अखिलेश
ने
किया
है
शिवपाल
को
कैबिनेट
से
बाहर
आपको
बता
दें
कि
शिवपाल
सिंह
यादव
को
मुख्यंत्री
अखिलेश
यादव
ने
कैबिनेट
से
बाहर
कर
दिया
था,
जिसके
बाद
उनके
सरकार
आवास
से
उनका
नेम
प्लेट
हटा
लिया
गया
था।
शिवपाल
ने
खाली
किया
सरकारी
आवास
यही
नहीं
आज
शिवपाल
सिंह
यादव
ने
अपना
सरकारी
आवास
भी
खाली
कर
दिया
है।
बहरहाल
अभ
देखने
वाली
यह
बात
है
कि
मुख्यमंत्री
उन्हें
एक
बार
फिर
से
कैबिनेट
में
वापस
लेते
हैं
या
नहीं।
मंगलवार की प्रेस कांफ्रेंस में मुलायम सिंह से जब यह सवाल पूछा गया था कि शिवपाल सिंह फिर से कैबिनेट में वापस आएंगे तो उन्होंने कहा कि इसका फैसला मैं मुख्यमंत्री जी पर छोड़ता हूं।