बर्खास्त शिवपाल ने रामगोपाल को सपा से निकाला
शिवपाल यादव ने रामगोपाल यादव को 6 सालों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाज वादी पार्टी में घमासान मचा हुआ है। सपा में चाचा-भतीजे की लड़ाई ने पार्टी को टूटने की कगार पर पहुंचा दिया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा मंत्रीमंडल से हटाए जाने के बाद सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मीडिया के बात करते हुए उन्होंने अहम फैसला सुनाया और रामगोपाल यादव को 6 सालों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। अखिलेश के समर्थन में उतरे आजम खां और राजा भैया
शिवपाल यादव ने कहा कि सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के आदेश के बाद ये फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव तीन बार भाजपा के बड़े नेता से मिल चुके हैं। उनके बेटे अक्षय यादव व बहू यादव सिंह के साथ घोटाले में फंसे हुए है। शिवपाल यादव ने सीएम अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि रामगोपाल यादव के इन सभी षड़यंत्रों को मुख्यमंत्री समझ नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा कि रामगोपाल हमेशा तिकड़म करते रहे हैं, हमेशा लोगों को अपमानित करते रहे हैं। अखिलेश बनाम शिवपाल: कौन है इस विवाद का खलनायक?
हमेशा इनकी तानाशाही से लोग परेशान होते आए है और अब वो अखिलेश सरकार को कमजोर करने पर अमादा हैं। शिवपाल यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि रामगोपाल यादव भ्रष्टाचारियों से मिले हुए हैं। शिवपाल यादव ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि राम गोपाल ने पार्टी को भी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने एक तानाशाह की तरह काम किया है और वह भ्रष्ट हैं। उन्होंने पार्टी को कमजोर करने का काम किया है और अपना भला करने के लिए मुलायम सिंह के नाम का इस्तेमाल किया है। मुलायम सिंह से सलाह करने के बाद मैं रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल रहा हूं।