चुनावों में खलल डालने के लिए तैयार हो रहे थे अवैध असलहे
यूपी में विधानसभा चुनावों की सरगर्मी तेज होने लगी है इसी के साथ मौत का सामान बनाने वाले लोग भी सक्रिय हो गए हैं।
बुलंदशहर। चुनावों का सीजन शुरू हो गया हैं और इसी के साथ अवैध हथियार बनाने वालों का धंधा भी। बता दें कि चुनावों में अवैध हथियारों की डिमांड होती है इस डिमांड को पूरा करने के लिए अवैध हथियार बनाने वाले अभी से ही हथियार बनाने के काम में जुट गए हैं। इस बात का खुलासा बुलंदशहर पुलिस ने अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री को सीज करके किया है। पुलिस ने हथियार बनाने वाले तीन लोगों को भी अरेस्ट किया है।
यूपी
में
विधानसभा
चुनावों
की
सरगर्मी
तेज
होने
लगी
है
इसी
के
साथ
मौत
का
सामान
बनाने
वाले
लोग
भी
सक्रिय
हो
गए
हैं।
प्रदेश
में
चुनावों
को
शांतिपूर्ण
तरीके
से
सम्पन्न
करने
के
लिए
पुलिस
ने
भी
अपने
खुफिया
तंत्र
को
सक्रिय
कर
दिया
है।
एसपी
सिटी
की
माने
तो
कोतवाली
देहात
क्षेत्र
के
गांव
नौसाना
में
पुलिस
को
अवैध
हथियार
बनाने
की
फैक्ट्री
की
सूचना
मिली
थी।
कोतवाली
देहात
पुलिस
ने
छापा
मरकर
अवैध
हथियार
बनाने
वाली
फैक्ट्री
का
पर्दाफाश
किया
है।
पुलिस
ने
इरशाद,
खालिद
और
पवन
भारती
को
हथियार
बनाते
हुए
अरेस्ट
किया
है।
पुलिस
ने
हथियारों
का
पूरा
जखरीरा
भी
फैक्ट्री
से
बरामद
किया
है।
नए
साल
के
जश्न
के
दौरान
पब
में
महिलाओं
को
छेड़ने
वाला
पुलिसकर्मी
सस्पेंडपुलिस
की
माने
तो
इरशाद
1989
से
अवैध
हथियार
बनाने
का
कार्य
कर
रहा
है
और
कई
बार
जेल
भी
जा
चुका
है।
पुलिस
रिकॉर्ड
में
इरशाद
बी
क्लास
का
हिस्ट्रीशीटर
भी
है।
एसपी
सिटी
मानसिंह
चौहान
ने
बताया
कि
इन
अवैध
हथियारों
को
बुलंदशहर
जनपद
के
साथ-साथ
यूपी
के
कई
और
जनपदों
में
भी
सप्लाई
करते
है।
साथ
उन्होंने
बताया
कि
अवैध
हथियारों
को
यूपी
से
बाहर
भी
सप्लाई
करने
का
काम
करते
है।
अरेस्ट
हुए
तीन
अभियुक्त
से
काफी
जानकारी
प्राप्त
हुई
उसके
तहत
आगे
की
कार्रवाई
की
जायेगी।
साथ
ही
तीन
अभियुक्तों
पर
गैंगस्टर
एक्ट
के
तहत
कार्रवाई
की
जा
रही
है।हथियार
बाने
का
काफी
अनुभव
हैं
इरशाद
की
माने
तो
उसे
हथियार
बनाने
का
काफी
अनुभव
है
और
इस
काम
में
वह
5
से
7
बार
जेल
भी
जा
चुका
है।
इरशाद
की
माने
तो
उसे
हथियार
बनाने
उसके
पिता
ने
1989
में
सिखाया
था।
जब
से
इरशाद
हथियार
बनाकर
उन्हें
बेचता
आ
रहा
है।
इरशाद
ने
बताया
कि
वक्त
के
साथ
हथियारों
के
रेट
भी
ऊपर
नीचे
होते
रहते
हैं।
कई
बार
तो
5
हजार
से
10
हजार
रुपए
तक
मिल
जाते
है
तो
कई
बार
2
से
4
हजार
रुपए
ही
मिल
पाते
है।