फिर से बंटेगा बेरोजगारी भत्ता, कीजिए ऑनलाइन पंजीयन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बेरोगारों की मदद के लिए अखिलेश यादव ने 2012 विधानसभा चुनाव के दौरान बेरोजगारी भत्ता बांटने का चुनावी वायदा किया था। इस चुनावी वायदे को सरकार में आने के बाद लागू भी किया लेकिन यह योजना बंद होने के बाद एक बार फिर से शुरु होने जा रही है।
बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता बांटने की यह योजना महज एक साल में बंद हो गयी। लेकिन इस योजना को एक बार फिर से शुरु करने के लिए प्रदेश सरकार ने कवायद शुरु कर दी है। इस योजना का लाभ देने के लिए नये सिरे से बेरोजगारों को पंजीयन शुरु किया जा रहा है।
इस बार बेरोजगारी भत्ते के वितरण में विशेष खयाल रखा जा रहा है। बेरोजगारी भत्ता देने के लिए कई बदलाव भी किये गये हैं। भत्ता पान के लिए आवेदकों को फोटोयुक्त पंजीयन कराना होगा। इसके लिए प्रदेश के सभी सेवायोजन कार्यालय में ऑनलाइन पंजीयन केंद्र खोले गये हैं।
बेरोजगारी भत्ता के पंजीयन के लिए आपको सेवायोजन कार्यालय की ऑनलाइन वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद आपको नयी नौकरियों की जानकारी भी मिलती रहेगी।
गौरतलब है कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 70 लाख छात्रों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए सेवायोजन कार्यालय में पंजीयन करा रखा है। लेकिन जिस तरह से महज एक साल बाद इस योजना को बंद करने के बाद सरकार इस योजना को फिर से शुरु करने जा रही है। उससे साफ है कि 2017 में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर इस योजना को एक बार पिर से शुरु किया जा रहा है।
31 अगस्त 2012 को इस योजना के तहत 25 से 40 वर्ष की आयु के बीच के लोगों पंजीकरण कराया था। जिन्हें हर माह एक हजार रुपए का भत्ता मिलना शुरु हुआ था। लेकिन साल दर साल इसके लिए बजट की कटौती की जाती रही।
वर्ष 2012-13 में 12 लाख लोगों भत्ता देने के लिए 1100 करोड़, 2013-14 में 1600 करोड़ रुपए आवंटित किये गये। लेकिन मार्च 2014 में इस योजना को पूरी तरह से बंद कर दिया गया और इसके लिए बजट का आवंटन नहीं किया गया।