सपा कार्यकर्ताओं की इन बातों से अंजान तो नहीं मुलायम सिंह
लखनऊ। डा. राम मनोहर लोहिया की 105वीं जयंती के अवसर पर सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को कस के टाइट किया। उन्होंने कहा कि सपाइयों को 2017 का इंतजार नहीं करना चाहिये। अभी से कम कस लें, क्योंकि हमारा लक्ष्य सिर्फ 2017 नहीं, बल्कि उसके बाद केंद्र में भाजपा का विकल्प बनना भी है।
वहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमने पांच साल के तमाम वायदे तीन साल में पूरे कर दिए। अब समाजवादी साथियों को जनता को भरोसे में लेकर आगे और पांच साल की सरकार बनाने के लिए अनुशासन और एकजुटता से काम करना होगा। वर्ष 2017 में होने वाले चुनाव में नौजवानों के सबसे ज्यादा वोट होगें। नौजवान साथियों को हर क्षेत्र में आए बदलाव की जानकारी लोगों तक पहुॅचाने के साथ उनको अपनी विचारधारा से भी जोड़ना चाहिए ताकि वे हमारे वोट भी बने।
अब बात अगर कार्यकर्ताओं की करें तो कई ऐसी बातें हैं, जिनसे हो सकता है मुलायम सिंह यादव अंजान हों। लेकिन अगर अंजान हैं, तो 2017 में उनके लिये मुश्किलें पैदा हो सकती हैं।
अब जानिए क्या कर रहे हैं सपा के कार्यकर्ता
-
सपा
कार्यकर्ताओं
की
सुई
आज
भी
कन्या
विद्या
धन
और
लैपटॉप
पर
टिकी
हुई
है।
-
जब
भी
बात
करो,
तो
एक
ही
रट्टा
लगाते
हैं,
हमने
कन्या
विद्या
धन
दिया
हमने....
-
कार्यकर्ता
आज
के
युवाओं
की
डिमांड
को
समझने
के
बजाये
अपना
ढोल
पीटने
में
जुट
जाते
हैं।
-
युवा
कार्यकर्ता
विश्वविद्यालयों
में
राजनीतिक
रोटियां
सेंक
रहे
हैं,
जबकि
छात्र
संघ
चुनाव
अभी
नहीं
होने
वाले।
- कार्यकर्ता जब भी जनता के पास जाते हैं, तब उनकी जुबान पर सिर्फ दो नाम होते हैं, नेता जी और अखिलेश भईया।
-
कार्यकर्ता
अपने
स्थानीय
नेताओं,
विधायकों
का
जिक्र
न
के
समान
करते
हैं।
- अगर ऐसा रहा तो 2017 में बाजी पलट सकती है।
कार्यक्रम से जुड़ी कुछ खास तस्वीरें और बातें सलाइडर में-
मुलायम सिंह यादव
मुलायम सिंह यादव ने प्रो राम गोपाल यादव की पुस्तक के कई अंश उद्धृत किए। उन्होने कहा कि यह आगे राजनीति करनेवाले नौजवानों के लिए बहुत उपयोगी पुस्तक है। नेताजी ने कहा कि लोहिया की आज भी प्रासंगिकता है।
राम नाइक
राज्यपाल नाम नाईक ने कहा कि डा लोहिया विपक्षी एकता के शिल्पकार थे। वे समाजवाद के केवल वक्ता ही नहीं भाष्यकार भी थे। माक्र्स से इतर उन्होने भारत की परिस्थितियों के मद्देनजर समाजवाद की परिभाषा रची।
अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि डा0 लोहिया ने जो रास्ता सुझाया उस पर चलकर और उसे आगे बढ़ाने का काम नेताजी और समाजवादी पार्टी ने किया। इसी के परिणामस्वरूप समाजवादी पार्टी एक बड़ी ताकत बनकर उभरी है।
पुस्तक विमोचन
कार्यक्रम में विभाग की पुस्तिका "पूरे हुए वादे, अब हैं नए इरादें" तथा श्री दीपक मिश्र की "लोहिया, मुलायम व समाजवाद" ई पुस्तक का विमोचन हुआ।
मुलायम
मुलायम ने कहा कि लोहिया ने देश को जिस सांप्रदायिक खतरे से आगाह किया था वह हमारे लिए आज भी चुनौती बनकर खड़ा है। उन्होने इस संबंध में अयोध्या विवाद का जिक्र किया जब संविधान की रक्षा के लिए उन्होने अपनी सरकार भी दांव पर लगा दी थी।
माल्यापर्ण
लोहिया ट्रस्ट, विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ, लोहिया पार्क, चैक तथा लोहिया अस्पताल, गोमतीनगर में डा0 लोहिया की प्रतिमाओं पर समाजवादी नेताओं ने माल्यार्पण किया।
समारोह में उपस्थित लोग
माता प्रसाद पाण्डेय, शिवपाल सिंह यादव, भगवती सिंह, किरनमय नन्दा, जया बच्चन, रंजना बाजपेयी, शादाब फातिमा, अहमद हसन, बलराम यादव, राजेन्द्र चैधरी, अशोक बाजपेयी, अवधेश प्रसाद, अरविन्द सिंह गोप, डिम्पल यादव, नरेश उत्तम, राम आसरे विश्वकर्मा, मधु गुप्ता, सरोजनी अग्रवाल, राज किशोर मिश्र, रामवृक्ष यादव, जयप्रकाश अंचल, डा हीरा ठाकुर, आशु मलिक, विजय यादव, गीता सिंह, गायत्री प्रसाद प्रजापति, मनोज पाण्डेय, सुनील यादव, डा राजपाल कश्यप, राम सागर यादव, आनन्द भदौरिया, बृजेश यादव, मो एबाद, सोनम सिंह यादव।