सर्जिकल स्ट्राइक पर बोली मायावती पठानकोट हमले के बाद ही होनी चाहिए थी कार्रवाई
लखनऊ। एक तरफ जहां पाक में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय सेना और प्रधानमंत्री की तारीफ हो रही है तो दूसरी तरफ बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस कार्रवाई को देरी से किए जाने की बात कही है।
नवंबर
में
रिटायरमेंट
से
पहले
क्या
सीमा
पर
युद्ध
छेड़ेंगे
पाक
आर्मी
चीफ
राहिल
शरीफ?
मायावती
ने
कहा
कि
भारत
सरकार
को
यह
कार्रवाई
पठनकोट
हमले
के
तुरंत
बाद
करनी
चाहिए
थी।
उन्होंने
कहा
कि
यह
काफी
देर
से
लिया
गया
फैसला
है।
रूस
ने
भी
किया
पाक
को
किनारे,
भारत
की
सर्जिकल
स्ट्राइक
का
किया
समर्थन
भारतीय
सेना
की
इस
कार्रवाई
की
तारीफ
करते
हुए
मायावती
ने
कहा
कि
इस
कार्रवाई
के
लिए
भारतीय
सेना
बधाई
की
पात्र
है।
उन्होंने
कहा
कि
पाक
के
भीतर
लक्षित
हमला
करके
सेना
ने
देश
के
लोगों
से
किया
अपना
वादा
निभाया
है।
मायावती ने कहा कि अगर पठानकोट हमले के बाद तुंरत बाद यह कार्रवाई की गई होती तो उरी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना को टाला जा सकता था और हमारे 19 जवानों की जान बच सकती थी।
लेकिन इन सब के बीच जिस तरह से सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का भाजपा को राजनीतिक लाभ मिलता दिख रहा है उसपर मायावती ने बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार के लिए यह समय अति उत्साहित होने का नहीं है।
मायावती ने कहा कि यह जश्न मनाने का समय नहीं है और ना ही इसका चुनावी लाभ लेने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हाल के घटनाक्रम के बाद देश के सामने चुनौतियां बढ़ गई है और देश की सुरक्षा के लिए सावधान रहने की जरूरत है।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा पर ध्यान देने की बात कहते हुए मायावती ने कहा कि मौजूदा सरकार ने पिछले ढाई साल में इस ओर ध्यान नहीं दिया है जिसके चलते आतंकी घटनाए बढ़ रही है और हमारे जवानों की जान जाती है।