मायावती बोलीं, यूपी में भाजपा के पास 403 सीटों के लिए कैंडिडेट नहीं
मायावती बोली सपा ने मान लिया है कि वह कमजोर हो गई है, यही वजह है कि वह तमाम पार्टियों के साथ गठबंधन करने जा रही है जिनका कोई जनाधार नहीं है
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है पार्टी में वर्चस्व की लड़ाई हो रही है। पार्टी का मुख्य वोट बैंक यादव भी बंट चुका है, ओबीसी समुदाय में भी यह संदेश गया है कि पार्टी बंटी हुई है। यही नहीं मुसलमान उस पार्टी को वोट करेंगे जो भाजपा को हराए और बसपा सबसे मजबूत पार्टी है प्रदेश में जोकि सत्ता में आ सकती है।
गठबंधन की कोशिशें कमजोरी का प्रमाण
मायावती ने कहा कि सपा किस कदर कमजोर हो गई है उसका इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह गठबंधन के लिए उन पार्टियों के पास जा रही है जिनका प्रदेश में कोई जनाधार नहीं है। उन्होंने कहा कि सपा मान चुकी है कि वह कमजोर हो चुकी है, वरना क्या वजह थी कि वह गठबंधन के लिए जाते।
हमारी योजनाओं को अपना नाम दिया
अखिलेश की तमाम योजनाओं पर माया ने हमला बोलते हुए कहा कि अखिलेश ने कोई नया काम नहीं शुरु किया है, उन्होंने पुरानी योजनाओं को नया नाम दिया है, ज्यादातर एक्सप्रेस वे हमारी समय में शुरु किए गए थे। महामाया पेंशन योजना को इन लोगों ने समाजवादी पेंशन योजना कर दिया है।
दलित बेवकूफ नहीं बनेंगे
वहीं दलित वोट बैंक के बंटने पर मायावती ने कहा कि अमित शाह और राहुल गांधी दोनों ही दलित के घर जाते हैं, लेकिन दलितों को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है, वह बसपा के साथ हैं। उन्होंने कहा कि रोहित वेमुला का मुद्दा ना सिर्फ 2017 बल्कि 2019 में भी भाजपा को नुकसान पहुचाएगा।
भाजपा के पास 403 सीटों के लिए उम्मीदवार नहीं
मायावती ने कहा कि भाजपा ने अगर सीएम उम्मीदवार घोषित किया तो उन्हें डर है कि अन्य समुदाय के लोग उन्हें नकार ना दें। सीएम उम्मीदवार छोड़िए उनके पास 403 सीटों पर खड़े करने के लिए उम्मीदवार भी नहीं हैं।
सेना के नाम पर भाजपा लेना चाहती थी फायदा
सेना
के
नाम
पर
भाजपा
लेना
चाहती
थी
फायदा
जब
मायावती
से
पूछा
गया
कि
क्या
सर्जिकल
स्ट्राइक
का
भाजपा
को
लाभ
होगा
तो
उन्होंने
कहा
कि
अगर
सीमा
पर
शांति
होती
तो
इसका
लाभ
मिल
सकता
था
लेकिन
उसके
बाद
से
लगातार
फायरिंग
जारी
है।
इन
लोगों
ने
सेना
के
नाम
पर
फायदा
लेने
की
कोशिश
की
है।