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लखनऊ में रामलीला मैदान से लेकर बाहर सड़क तक दिखा पीएम मोदी का रंग

By Ankur
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लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम बनें तकरीबन ढ़ाई साल हो गए, लेकिन जिस तरह से लखनऊ के ऐशबाग में वह रामलीला मैदान पहुंचे थे वहां उन्हें देखने और सुनने वालों की कोई कमी नहीं थी।

मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में पीएम को देखने की भीड़

मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में पीएम को देखने की भीड़

इससे पहले कि हम आपको प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल के बारे में बताएं उससे पहले यह समझनी जरूरी है किस जगह पर उन्होंने यह कार्यक्रम किया है। जिस रामलीला मैदान पर प्रधानमंत्री का कार्यक्रम हुआ था वह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।

ईदगाह का पड़ोसी रामलीला मैदान

ईदगाह का पड़ोसी रामलीला मैदान

कार्यक्रम स्थल से चंद कदम पर ही ईदगाह है तो जिस जगह से लोग कार्यक्रम स्थल के लिए प्रवेश कर रहे थे ठीक उस गेट के सामने इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया स्थित है। ऐशबाग पतली-पतली गलियों का जाल है जहां से कार गुजरना तो दूर बाइकों का निकलना मुश्किल होता है।

इस्लामिक सेंटर का नजारा

इस्लामिक सेंटर का नजारा

इस्लामिक सेंटर के मुख्य द्वार का नजारा भी काफी खास था, एक तरफ जहां यहां प्रधानमंत्री के स्वागत का पोस्टर लगा थो दूसरी तरफ मुलायम की बहू अपर्णा यादव का दशहरे व दीवापी की शुभकामनाओं का भी पोस्टर लगा था। पोस्टर की रेस यही नहीं खत्म होता है, यहां फरंगी महली व असदुद्दीन ओवैसी का भी पोस्टर लगा हुआ था।

 पर यहां के कई मौलवी भी पीएम को सुन रहे थे

पर यहां के कई मौलवी भी पीएम को सुन रहे थे

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले तमाम छोट-मोटे पटरी दुकानदारों को वहां से सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए हटा लिया गया था और सड़़के अच्छी खासी चौड़ी दिखने लगी थी लेकिन रामलीला मैदान की परिधि के दो किलोमीटर तक किसी भी वाहन को प्रवेश करने से रोक दिया गया था। केवल पैदल चलने वालों को ही प्रवेश करने दिया जा रहा था।

पीएम को सुनने के लिए पैदल चल पड़े लोग

पीएम को सुनने के लिए पैदल चल पड़े लोग

यूं तो प्रधानमंत्री का कार्यक्रम शाम को तकरीबन 6 बजे होना था लेकिन लोग 4 बजे से इस कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए घरों से निकल चुके थे। इसमें मुख्य रूप से युवा और स्थानीय परिवार वाले शामिल थे। लोग दूर-दूर अपनी गाड़ियों को जहां-तहां खड़ा करके पैदल ही कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए पहुंच रहे थे।

सिर्फ 5 हजार लोगों को मिली इजाजत

सिर्फ 5 हजार लोगों को मिली इजाजत

यहां गौर करने वाली बात यह है कि हर साल ऐशबाग के रामलीला मैदान में 50 हजार से अधिक लोगों की भीड़ जमा होती है , लेकिन प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए कार्यक्रम स्थल तक सिर्फ 5 हजार लोगों को ही जाने की इजाजत दी गई थी।

सुरक्षा के चलते लोगों को मिली मायूसी

सुरक्षा के चलते लोगों को मिली मायूसी

पीएम की सुऱक्षा को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी मौजूद थे और बिना तलाशी के किसी भी व्यक्ति को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने नहीं दिया जा रहा था। रामलीला मैदान में जितने लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था थी उतने ही लोगों को प्रवेश करने दिया बाकी लोगों को सड़क पर ही रोक दिया गया था।

एलईडी स्क्रीन पर सुना पीएम को

एलईडी स्क्रीन पर सुना पीएम को

जिन लोगों को कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंचने दिया जा रहा था उन लोगों में मायूसी तो थी लेकिन इन लोगों ने घर जाने की बजाए सड़क पर जमा होकर पीएम के कार्यक्रम को सड़क पर लगी एलईडी स्क्रीन पर देखना पसंद किया।

सड़क पर ही बैठ गए लोग

सड़क पर ही बैठ गए लोग

कार्यक्रम स्थल के चारों तरफ तमाम गाड़ियां लगी थी जिसपर प्रधानमंत्री का कार्यक्रम लाइव दिखाया जा रहा था। लोग इसे देखने के लिए तमाम जगह पर सड़कों पर ही बैठ गए और पीएम के भाषण को सुन रहे थे।

कभी नहीं भूलेंगे यह पल

कभी नहीं भूलेंगे यह पल

जानकीपुरम से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे निक्की का कहना है कि उन्होंने इससे पहले किसी भी नेता का भाषण नहीं सुना और वह पीएम को देखने के लिए काफी उत्सुक थे, यह उनके जीवन का ऐतिहासिक दिन था जिसे वह कभी नहीं भूलेगे।

पीएम को देखना था सपना

पीएम को देखना था सपना

वहीं चौक से कार्यक्रम देखने आए अमित का कहना है कि वह हमेशा से ही पीएम को लाइव देखना चाहते थे और उन्होंने काफी दिनों पहले ही यह सोच रखा था कि वह पीएम को देखने जरूर आएंगे। अमित का कहना है कि पीएम को लाइव देखना जबरदस्त अनुभव था, वह काफी अच्छा बोलते हैं और उनमें लोगों को अपनी ओर खींचने की क्षमता है।

पटरी दुकानदारों को रहा मलाल

पटरी दुकानदारों को रहा मलाल

रामलीला मैदान के बाहर कुछ पटरी दुकानदारों को भी बाद में लगाने की इजाजत दे दी गई थी। उनमें से एक राजू का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी तो है कि पीएम आएं हैं लेकिन वह उन्हें देख नहीं पाए।

लाइव देखने का मौका मिला

लाइव देखने का मौका मिला

प्रधानमंत्री को सड़कों पर बैठकर सुनने वालों में भी उन्हें सुनने का काफी उत्साह था लोग इस बात को लेकर काफी उत्साहित थे कि जिन्हें वह हमेशा टीवी पर देखते और सुनते आएं हैं उन्हें लाइव देखने का मौका मिल रहा है। हालांकि इन लोगों में निराशा थी कि वह कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच पाए।

मोदी-मोदी से हुआ स्वागत

मोदी-मोदी से हुआ स्वागत

प्रधानमंत्री जिस वक्त कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे वहां मौजूद लोगों ने मोदी-मोदी के नारे से उनका जबरदस्त स्वागत किया और लोगों में जबरदस्त उत्साह था। मैदान में लोगों में खुद की सेल्फी लेने और प्रधानमंत्री की एक झलकी को अपने फोन में कैद करने की होड़ मची थी।

पीएम लाइव बोल रहे हैं

पीएम लाइव बोल रहे हैं

यह उत्साह ना सिर्फ वहां मौजूद लोगों बल्कि सुरक्षाकर्मियों में भी देखने को मिला। सुरक्षाकर्मी प्रधानमंत्री को अपने फोन में रिकॉर्ड कर रहे थे और अपने परिजनों को फोन पर यह बता रहे थे कि पीएम के कार्यक्रम हैं और वह लाइव बोल रहे हैं।

स्थानीय नेताओं में उत्साह

स्थानीय नेताओं में उत्साह

स्टेज पर प्रधानमंत्री की मौजूदगी ना सिर्फ वहां मौजूद लोगों के लिए बल्कि स्थानीय नेताओं में भी उत्साह भर रही थी। लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा ने प्रधानमंत्री की तारीफों के पुल बांधे तो कहां कि यह हमारा सौभाग्य है की पहली बार देश का प्रधानमंत्री यहां आया है।

Comments
English summary
How Narendra Modi was a prime attraction of people in muslim majority in Lucknow. He received warm welcome in the old city of Lucknow.
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