सपा में रिश्तों के बीच जमी बर्फ अब पिघलने लगी है
समाजवादी परिवार के बीच जमी बर्फ धीरे-धीरे पिघलने लगी है, अखिलेश यादव और शिवपाल यादव ने धीरे-धीरे बदलना शुरु किया अपना रवैया
लखनऊ। सपा परिवार में मचे घमासान के बाद अब इसे कम करने की कोशिशें तेज हो गई है। गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुलायम सिंह के आवास पहुंचे और कुछ लोगों को खुद सम्मानित करने की अपील की।
नेताजी के घर पहुंचे अखिलेश
दरअसल गुरुवार को अखिलेश यादव ने यश भारती पुरस्कारों का वितरण किया लेकिन इस कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव दांत में दर्द के कारण हिस्सा नहीं ले सके।
अखिलेश यादव ने यश भारती सम्मान से विभूतियों को किया सम्मानित, मुलायम सिंह यादव नहीं रहे मौजूद
शिवपाल
बोले
कोई
पद
नहीं
चाहिए
एक
तरफ
जहां
अखिलेश
यादव
मुलायम
सिंह
के
घर
पहुंचे
तो
दूसरी
तरफ
शिवपाल
यादव
ने
कहा
कि
वह
सांप्रदायिक
ताकतों
को
हराने
के
लिए
किसी
भी
पद
को
पार्टी
में
छोड़ने
के
लिए
तैयार
हैं।
शिवपाल यादव ने कहा कि वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद को छोड़ने के लिए तैयार हैं, मंत्री पद भी उन्हें चाहिए, वह अपनी पूरी ताकत सांप्रदायिक ताकतों को प्रदेश में आने से रोकने में झोकेंगे।
यह पहली बार नहीं है जब शिवपाल यादव ने पार्टी में अपने सभी पदों को छोड़ने की बाद कही है। इससे पहले 21 अक्टूबर को भी उन्होंने यही बयान दिया था कि मेरे लिए किसी पद से बड़ी पार्टी है।
जिस तरह से अखिलेश यादव को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाया गया उसके बाद से ही चाचा-भतीजे में ठन गई थी। हालांकि इसके बाद अखिलेश यादव ने कुछ नहीं कहा था, लेकिन उन्होंने टिकटों के बंटवारे में अपनी भूमिका की मांग की थी।