डॉक्टरों की लापरवाही के चलते टेबल से गिरकर नवजात की मौत
लखनऊ। डॉक्टरों की लापरवाही के चलते नवजात बच्चे की टेबल से गिरने की वजह से मौत हो गयी। लखनऊ के माल में सीएचसी में डॉक्टरों की लापरवाही की यह मामला सामने आया है। महिला के प्रसव के बाद जब नवजात बच्चे को टेबल पर रखा गया तो वह फिसलकर नीचे गिर गया जिसके थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गयी।
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जिसके बाद डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा मरा हुआ ही पैदा हुआ है। जीतेंद्र सिंह रावत की सात महीने की गर्भवती पत्नी कुसुम शनिवार को सुबह सीएचसी में भर्ती हुई थी, उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने जांच के बाद ही उसे भर्ती किया था। लेकिन दो घंटे बाद डॉ प्रियंका मौर्या ने कुसुम को लखनऊ के डफरिन अस्पताल ले जाने को कह दिया था।
लेकिन उस वक्त कार्यरत डॉक्टर संजय गुप्ता ने रेफर करने से मना कर दिया और कुसुम का प्रसव कराया गया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते बच्चे की मौत हुई है। यही नहीं डॉक्टरों ने बच्चे की मौत को सामान्य बताते हुए तकरीबन आधे घंटे तक उसका इलाज नहीं किया जिसकी वजह से उसकी मौत हो गयी।
परिजनों ने बताया कि प्रसव के बाद जीवित शिशु की कागजों में दर्ज था जिसे डॉक्टरों ने काटकर आईयूडी यानि गर्भ में ही मौत लिख दिया। वहीं इस मामले में सीएचसी डॉक्टर संजय गुप्ता का कहना है कि नवजात कम दिन का था इसलिए उसकी मौत हो गयी है।