आजम खान का शर्मनाक बयान: पुरस्कार बांटने से नहीं बच्चे पैदा करने के लिए मर्दानगी चाहिए
लखनऊ। अपनी बदजुबानी और नफरत फैलाने वाले बयानों के चलते अकसर सुर्खियों में रहने वाले सपा का मुस्लिम चेहरा और अखिलेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खान एक बार फिर विवादों में हैं। हिंदू संगठनों पर निशाना साधते हुए आजम खान ने कहा कि पुरस्कार बांटने से बच्चे पैदा नहीं होंगे, बच्चे पैदा करने के लिए मर्दानगी की जरूरत होती है।
आजम खान ने यह घटिया बयान गुरुवार को लखनऊ में अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के मौके पर दिया। उन्होंने किसी पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि बच्चे पैदा करने के लिए मर्दानगी की जरूरत होती है, सिर्फ पुरस्कार बांटने से बच्चे पैदा नहीं होते। आजम खान के इस बयान को भारतीय जनता पार्टी ने आड़े हाथों लिया है और कहा है कि आजम देश में बंटवारे की राजनीति को हवा देने की कोशिश कर रहे हैं।
भाजपा ने कहा कि आजम खान के बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत ही नहीं है। गौरतलब है कि इससे पहले शिवसेना ने भी उत्तर प्रदेश में 'हिंदू आबादी बढ़ाओ' अभियान चलाने का ऐलान किया था। शिवसेना के यूपी अध्यक्ष अनिल सिंह ने तो यह तक ऐलान कर दिया था कि हिंदू दंपतियों के 10 से अधिक बच्चे होने पर उल्हें 21 हजार रुपये पुरस्कार भी दिया जाएगा। इस बयान से भी काफी विवाद हुआ और नेताओं की बहुत प्रतिक्रियाएं आई थी। तो यह कहा जा सकता है कि आजम का यह बयान शिवसेना के ऊपर निशाना था।