रंग में लौटे अखिलेश, बोले आज तो धनतेरस है बुआजी कह सकते हैं
फिर से रंग में दिखे अखिलेश यादव, भाजपा और बसपा पर जमकर बोला हमला, बोले बुआजी ने जिंदा रहते अपनी मूर्ति लगाई
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज सरकारी स्कूलों के बच्चों को एक थाली गिलास का वितरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि धनतेरस के मौके पर हमने यह बांटने का काम किया है।
सपा
में
रिश्तों
के
बीच
जमी
बर्फ
अब
पिघलने
लगी
है
यूपी
के
पास
दो
और
त्योहार
अखिलेश
यादव
ने
कहा
कि
हमारे
आपके
लिए
दीवाली
सबसे
बड़ा
त्योहार
है
लेकिन
इसके
साथ
हमें
आपको
दो
त्योहार
और
मिल
रहे
हैं,
एक
तो
विजय
रथ
और
दूसरा
रजत
जयंती
समारोह।
प्राइवेट
स्कूलों
का
सिलेबस
होगा
सरकारी
स्कूलों
में
सरकारी
स्कूलों
को
बेहतर
बनाने
के
लिए
अखिलेश
ने
कहा
कि
वह
स्कूलों
में
अच्छी
पढ़ाई
कैसे
हो
इसका
काम
करेंगे।उन्होंने
कहा
कि
स्कूलों
पर
जितना
पैसा
हम
खर्च
कर
रहे
हैं
उतना
प्राइवेट
स्कूल
वाले
खर्च
नहीं
कर
सकते
हैं।
राजनीति
के
मैदान
में
कूदे
अभिनेता
राजपाल
यादव,
लडे़ंगे
यूपी
चुनाव
अगर
हमारी
सरकार
बनेगी
तो
अच्छे
स्कूल
की
किताब
हम
प्राइवेट
स्कूल
में
भी
बाटेंगे।
हम
प्राइवेट
स्कूल
का
स्लेबल
सरकारी
स्कूल
में
लाएंगे।
उन्होंने
कहा
कि
हमारी
सरकार
बनी
तो
हम
सरकारी
स्कूलों
की
तस्वीर
को
बदलेंगे।
भाजपाइयों
से
बचकर
रहना,
ये
गुमराह
कर
सकते
हैं।
इस
मौके
पर
अखिलेश
यादव
ने
बसपा
और
भाजपा
पर
जमकर
हमला
बोला।
अखिलेश
यादव
ने
कहा
कि
भाजपा
के
अध्यक्ष
इटावा
में
कह
रहे
थे
कि
यहां
कोई
विकास
नहीं
हुआ
लेकिन
जिस
पंडाल
में
बोल
रहे
थे
वह
हमने
और
नेताजी
ने
मिलकर
बनाया
है।
जिस
हवाई
पट्टी
पर
वह
उतरे
थे
उसे
भी
हमने
बनवाया
था।
अखिलेश
ने
कहा
कि
कोई
नहीं
जानता
था
कि
सर्जिकल
स्ट्राइक
क्या
होता
है।
अखबार
पढ़ा
डिक्शनरी
में
देखा
तब
पता
चला
सर्जिकल
स्ट्राइक
क्या
है।
उन्होंने
कहा
कि
भाजपाई
आपको
गुमराह
कर
सकते
हैं,
इनसे
बचकर
रहना
है।
आज
तो
बुआजी
कह
सकते
हैं
अखिलेश
यादव
ने
कहा
कि
लखनऊ
से
बेहतर
बसपा
के
लोगों
को
कौन
जानता
है।
ना
जाने
किस
किस
की
मूर्ति
बना
दी,
हमारे
मन
में
कभी
विचार
नहीं
आया
कि
हम
अपनी
मूर्ति
लगा
दें
पता
नहीं
उनके
मन
में
कैसे
यह
विचार
आया।
अखिलेश
ने
कहा
कि
क्या
आपने
कहीं
जिंदा
आदमी
की
मूर्ती
देखी
है।
मायावती पर चुटकी लेते हुए अखिलेश ने कहा कि हम तो उन्हें अच्छे नाम से बुलाते थे लेकिन उन्होंने कहा कि हमें इस नाम से मत बुलाइए तो हमने यह बंद कर दिया। लेकिन आज धनतेरस है तो कह सकते हैं, हमारी बुआजी ने जिंदा मे अपनी मूर्ति लगाई है। अखिलेश ने कहा कि 9 साल हो गए जो हाथी खड़े थे और जो बैठे थे वह आज भी बैठे हैं