टीपू बना सुल्तान, कैबिनेट में शिवपाल और बर्खास्त मंत्रियों की नहीं हुई वापसी
अखिलेश यादव ने राज्यपाल से मुलाकात कर सौंपा 205 से अधिक विधायकों के समर्थन का पत्र, शिवपाल यादव की कैबिनेट वापसी का रास्ता बंद
लखनऊ। सपा परिवार में विवाद के बीच कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी कैबिनेट से बाहर कर दिया था। जिसके बाद शिवपाल सिंह यादव ने अपना सरकारी घर खाली कर दिया है।
सपा
में
चल
रहे
विवाद
को
देख,
'मुखिया'
के
लिए
परेशान
हैं
सैफई
के
लोग
शिवपाल
ने
खाली
किया
घर
अखिलेश
यादव
के
तेवरों
को
देखकर
यह
साफ
हो
गया
था
कि
वह
उन्हें
अपनी
कैबिनेट
में
वापस
नहीं
लेंगे।
जिसके
बाद
शिवपाल
ने
अपना
सरकारी
आवास
खाली
कर
दिया
है।
इससे
पहले
भी
अखिलेश
यादव
ने
शिवपाल
यादव
को
कैबिनेट
से
बाहर
का
रास्ता
दिखाया
था।
नहीं हुई शिवपाल की वापसी पर चर्चा
कयास लगाए जा रहे थे कि जब अखिलेश यादव आज राज्यपाल से मिलने गए तो वह शिवपाल यादव समेत चार मंत्रियों को फिर से कैबिनेट में वापस ले सकते हैं। लेकिन इस बैठक में बर्खास्त मंत्रियों की वापसी पर कोई भी चर्चा नहीं की गई।
ढर्रे
पर
लौटी
सपा,
शिवपाल
बोले
सांप्रदायिक
ताकतों
से
लड़ने
के
लिए
साथ
आने
की
जरूरत
सौंपा
विधायकों
के
समर्थन
का
पत्र
राज्यपाल
के
साथ
बैठक
में
अखिलेश
यादव
ने
उन्हें
205
से
अधिक
विधायकों
के
समर्थन
का
पत्र
सौंपा
है।
इसके
साथ
ही
23
अक्टूबर
को
हुई
विधानमंडल
की
बैठक
का
भी
अखिलेश
यादव
ने
इस
बैठक
में
ब्योरा
दिया
है।
अखिलेश के सामने बड़ा नेता बनकर उभरने की चुनौती
मुलायम
ने
छोड़ा
था
सीएम
पर
फैसला
ऐसे
में
अखिलेश
यादव
ने
अब
साफ
कर
दिया
है
कि
वह
शिवपाल
सिंह
यादव
को
अपनी
कैबिनेट
में
वापस
नहीं
लेंगे।
आपको
बता
दें
कि
मंगलवार
की
प्रेस
कांफ्रेंस
में
मुलायम
सिंह
ने
कहा
था
कि
शिवपाल
को
वापस
कैबिनेट
में
लिए
जाने
का
फैसला
वह
सीएम
पर
छोड़ते
हैं।
अखिलेश
के
फैसलों
पर
रहेगी
नजर
अखिलेश
के
इस
फैसले
को
बड़े
कदम
के
तौर
पर
देखा
जा
रहा
है,
खुले
मंच
पर
अखिलेश
और
शिवपाल
जिस
तरह
से
आपस
में
भिड़
गए
थे
तो
उसे
देखने
के
बाद
उम्मीद
की
जा
रही
थी
कि
अखिलेश
शिवपाल
के
खिलाफ
अपने
फैसले
पर
अडिग
रहेंगे
और
वहीं
हुआ।
बहरहाल देखने वाली बात यह है कि क्या अखिलेश अपने इन तेवरों को आगे भी बनाए रहते यां फिर वह किसी दबाव में आकर अपने फैसलों को बदलते हैं। खुद अखिलेश ने कहा है कि उनका पूरा ध्यान 2017 के विधानसभा चुनाव पर है।