अखिलेश की आपात बैठक से सपा परिवार के हाथ-पैर फूले
अखिलेश यादव ने विधायकों औऱ विधानपरिष के सदस्यों की बुलाई आपात बैठक, नेताजी ने बुलाई अलग बैठक
लखनऊ। एक तरफ जहां मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के भीतर की कलह को सुलझाने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनके घर पर बैठक कर रहे हैं तो दूसरी तरफ अखिलेश यादव बिल्कुल भी समझौते के मूड में नहीं दिख रहे हैं।
अखिलेश ने बुलाई आपात बैठक
अखिलेश यादव ने रविवार यानि 23 अक्टूबर को पार्टी के सभी विधायकों औऱ एमएलसी की आपात बैठक बुलाई है। यह आपात बैठक उस वक्त बुलाई गई है जब अखिलेश यादव ने पार्टी में आगामी चुनाव के लिए टिकटों के बंटवारे का अधिकार मांगा है।
शिवपाल
के
बेटे
ने
कहा,
एसपी
को
बहुमत
के
आसार
नहीं
नेताजी
ने
बुलाई
अलग
बैठक
अखिलेश
यादव
ने
यह
बैठक
नेताजी
की
बैठक
से
एक
दिन
पहले
बुलाई
है।
मुलायम
सिंह
ने
24
अक्टूबर
को
सपा
के
सभी
विधायकों,
सांसद
और
पूर्व
सांसद
की
बैठक
बुलाई
है।
हालांकि
कयास
लगाए
जा
रहे
हैं
कि
इन
बैठकों
में
पार्टी
का
विवाद
सुलझ
जाएगा
लेकिन
मुख्यमंत्री
अखिलेश
यादव
के
तेवर
किसी
और
ओर
इशारा
कर
रहे
हैं।
सपा कुनबे की कलह को खत्म करने लखनऊ में जुटे बड़े नेता
अनदेखी
से
नाराज
अखिलेश
जिस
तरह
से
अखिलेश
यादव
को
तमाम
मौकों
पर
दरकिनार
किया
गया
है
उसे
देखते
हुए
माना
जा
रहा
है
अगर
किसी
तरह
का
स्थाई
समाधान
नहीं
निकलता
है
तो
अखिलेश
अलग
पार्टी
का
भी
ऐलान
कर
सकते
हैं।
डैमेज
कंट्रोल
में
जुटा
परिवार
हालांकि
शिवपाल
सिंह
यादव
के
बेटे
आदित्य
यादव
ने
कहा
है
कि
अखिलेश
यादव
हमारे
मुख्यमंत्री
का
चेहरा
है
और
वह
हमारे
युवा
नेता
हैं,
लेकिन
जिस
तरह
से
उन्होंने
यह
कहा
कि
पार्टी
को
पूर्ण
बहुमत
नहीं
मिलेगा
उसने
पार्टी
के
भीतर
की
कलह
से
हो
रहे
नुकसान
की
ओर
साफ
इशारा
किया
है।
अखिलेश
कर
सकते
हैं
अलग
पार्टी
का
ऐलान
सूत्रों
की
मानें
तो
अगर
अखिलेश
यादव
का
पार्टी
के
भीतर
टिकट
बंटवारे
में
फैसले
लेने
का
अधिकार
औऱ
तमाम
वो
फैसले
जो
उनकी
असहमति
के
बिना
लिए
गए
हैं
को
नहीं
माना
गया
तो
वह
पार्टी
से
अलग
होने
का
फैसला
ले
सकते
हैं।