नोटबैन का विरोध करना राष्ट्रद्रोह के बराबर: रामदेव
रामदेव ने फिर की प्रधानमंत्री की तारीफ, नोटबैन का विरोध करने वालों को लताड़ा।
नई दिल्ली। योग गुरू रामदेव ने कहा है कि नोटबैन का फैसला देशहित के लिए है, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। रामदेव ने कहा कि नोटबैन पर राजनीति करना देशद्रोह करने जैसा है।
रामदेव ने हिंदू धर्म आचार्य सभा की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म आचार्य सभा और सभी संत पीएम मोदी के नोटबैन के फैसले के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं।
पीएम का नोटबैन का फैसला, शेर की सवारी करने जैसा: नीतीश कुमार
रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री का फैसला साहसिक है, उनके इस फैसले का देश में बहुत अच्छा परिणाम होगा। रामदेव ने कहा कि आतंकवाद की फंडिंग नोटबैन के बाद रुक गई है और आतंकवादियों की कमर टूट गई है।
नोटबैन को कई बार सराह चुके हैं रामदेव
रामदेव ने कहा कि नोटबैन के एलान के बाद बहुत तेजी से कुछ बैंकों ने करोड़ों रुपये जमा किए उनकी भीं जांच की मांग सरकार से करते हैं।
इससे पहले भी रामदेव पीएम मोदी के नोटबैन के फैसले की तारीफ कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि नोटबंदी के कारण प्रधानमंत्री की जान के खतरा है। उन्होंने कहा था कि आतंकवादी और माफिया नोटबैन के फैसले से खुश नहीं हैं।
नोटबंदी के फैसले से नाराज बैंकर्स यूनियन ने मांगा RBI गवर्नर उर्जित पटेल का इस्तीफा
8 नंवबर को पीएम मोदी के 500 और 1000 को नोट पर बैन का एलान किया था। प्रधानमंत्री के इस फैसले को समर्थन भी मिल रहा है और विरोध भी खूब हो रहा है।
8 नवबंर को बाद से जहां एक तरफ सरकार कालाधान रखने वालों और आतंकवादियों की कमर टूटने की बात कह रही है। सत्ता पक्ष इसे कड़ा फैसला कहते हुए लगातार अपनी पीठ थपथपा रहा है।
वहीं विपक्ष नोटबैन की वजह से हुई 70 से ज्यादा मौतों पर प्रधानमंत्री से जवाब मांग रहा है। विपक्ष के नेता संसद से लेकर सड़क तक पीएम मोदी के फैसले की आलोचना कर रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल बोले, नोट नहीं पीएम बदलो