अगर खत्म हुआ 'राजे' का राज तो इन नेताओं का हो सकता है 'राजयोग'
नयी दिल्ली। आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के विवाद में फंसी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर इस्तीफे की तलवार लटकी हुई हैं। विपक्षी दल के साथ-साथ अब पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इस्तीफे की बात कर रहे हैं। हम यहां वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की बात कर रहे हैं, जिन्होंने एक अखबार के साथ इंटरव्यू में कहा कि नैतिकता के आधार पर उन्हें पद छोड़ना चाहिए।
5 कारण जिसकी वजह से नहीं खिसकेगी वसुंधरा की कुर्सी
हलांकि जिस तरह से भाजपा और पार्टी के विधायकों का साथ वसुंधरा को साथ मिल रहा है उससे लगता नहीं है कि उनकी कुर्सी इतनी जल्दी खिसकने वाली है, लेकिन अगर वसुंधरा राजे की सत्ता खत्म होती है तो राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के तौर पर इन नेताओं की किस्मत चमक सकती है।
मिल ससका है राजयोग
अगर वसुंधरा राजे को इस्तीफा देना पड़ा तो राजस्थान के नए सीएम के तौर पर सबसे ज्यादा जो नाम सामने उभर का आ रहा है वो राजेंद्र राठौड़ का है। वसुंधरा राजे के सबसे विश्वस्त सिपहलासार में माने जाने वाले राठौर हमेशा उनके पीछे परछाई की तरह रहे हैं।
गुलाबचंद कटारिया
दूसरा नाम जिसपर सबसे ज्यादा भरोसा किया जा सकता है वो गुलाबचंद कटारिया का है। कटारिया को संघ का समर्थन हासिल है। साथ ही अंसतुष्ट विधायकों का खेमा पूरी तरह कटारिया के साथ आ सकता है।
घनश्याम तिवाड़ी
वसुंधरा राजे और उनके मंत्रिमंडल से असंतुष्ट विधायकों के एक बड़े खेमे से घनश्याम तिवाड़ी लगातार संपर्क में हैं। ऐसे में पार्टी के इस कद्दावर नेता को लेकर भी आसंका जताई जा रही है।
मिल ससका है राजयोग
राजस्थान में भाजपा का नेतृत्व कर रहे अशोक परनामी राजे के करीबी है। उनकी छवि साफ-सुथरी मानी जाती है। ऐसे में उनके नाम पर भी चर्चा की जा सकती है।