भारत, पाक की मुसलमान महिलाओं की मुश्किलें बढ़ाने वाले पीएम कैमरुन!
लंदन। ब्रिटेन में प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन एक ऐसे नियम को लागू करने की तैयारी में है जिसके बाद यहां पर नॉन यूरोपियन देशों जैसे भारत और पाकिस्तान से आकर बसे मुसलमान परिवारों के टूटने का खतरा बढ़ गया है।
पीएम कैमरुन एक ऐसा नियम लागू करने जा रहे हैं जो सिर्फ मुसलमान महिलाओं पर लागू होगा। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान जैसे देशों से कई मुसलमान परिवार ब्रिटेन में जाकर बसे हुए हैं।
सोमवार को कैमरुन ने योजना की जानकारी दी है और बताया है कि मुसलमान महिलाओं को यहां पर एक इंग्लिश टेस्ट देना अनिवार्य होगा। अगर वह इस टेस्ट में फेल हो जाती है तो फिर वे ब्रिटेन में अपने पति और बच्चों के साथ नहीं रह पाएंगी।
यह नियम उन मुसलमान महिलाओं पर लागू होगा जिनके पति ढाई वर्षों से ब्रिटेन में बसे हुए हैं। ढाई वर्षों के बाद ही वह अपने पति के साथ ब्रिटेन जाकर रह पाएंगी।
अगर वह इस टेस्ट में फेल होती हैं तो फिर उन्हें अपने देश वापस भेज दिया जाएगा। कैमरुन की मानें तो इस बात की भी कोई गारंटी नहीं दी जा सकती है कि अगर किसी महिला के बच्चे ब्रिटेन में हैं और वह इस टेस्ट में फेल होती है तो क्या उसे भी वापस उसके देश भेज दिया जाएगा।
ब्रिटेन का स्पाउसज सैटेलमेंट वीजा के तहत यह इंग्लिश टेस्ट होगा। यह वीजा उन सभी व्यक्तियों के लिए जरूरी होगा जो ब्रिटेन में पहले से बसे हुए व्यक्ति के साथ रहना चाहता है। साथ ही इस वीजा के धारकों के बच्चों को ब्रिटेन की नागरिकता मिलेगी।
ब्रिटेन की सरकार का दावा है ब्रिटेन में रह रही 190,000 मुसलमान महिलाओं के पास इंग्लिश की पूरी जानकारी नहीं है। साथ ही 38,000 मुसलमान महिलाएं ऐसी हैं जो अंग्रेजी जरा भी बोल नहीं पाती हैं।