Dont Worry: 'y' क्रोमसोम वाली महिला भी होती है सेक्सुअली एक्टिव, बन सकती हैं मां
न्यूयॉर्क| अक्सर हमारे देश में महिलाओं को ही कोसा जाता है कि उसने लड़की पैदा कर दी लेकिन शारीरिक गठन में लड़की पैदा होने का कारण महिलाएं नहीं होती है क्योंकि लड़की पैदा करने वाले क्रोमसोम्स महिलाओं के अंदर होते ही नहीं है। उनके अंदर केवल दो 'x' क्रोमोसोम्स ही पाये जाते हैं जबकि 'x' और 'y' क्रोमोसोम्स तो पुरूषों में मिलते हैं।
लेकिन कुछ अज्ञानी तत्वों की वजह से 'x' और 'y' क्रोमोसोम्स भी महिलाओं के लिए जी का जंजाल बन गये हैं क्योंकि कुछ बॉयोलॉजिकल डिसआर्डर के कारण महिलाओं के अंदर भी 'x' और 'y'क्रोमसोम्स पाये जा रहे हैं जिसकी वजह ऐसी महिलाओं से कोई शादी करने को तैयार नहीं हो रहा है।
'y' क्रोमसोम वाली महिला भी होती है सेक्सुअली एक्टिव
लेकिन अब इस समस्या के कारण होने वाली मुसीबतों से महिलाएं छुटकारा पा सकती हैं क्योंकि मोरी विश्वविद्यालय में सायकोलॉजी तथा विहैवियोरल इंडोक्रायनोलॉजी की रिसर्च कहती है कि के साथ पैदा होने वाली महिलाएं शारीरिक तौर पर न सिर्फ महिलाओं की तरह दिखती हैं, बल्कि उनकी दृश्य यौन उत्तेजनाएं भी महिलाओं की तरह ही होती है।
यौन उत्तेजनाएं भी महिलाओं की तरह
रिसर्च कहती है कि महिलाओं की ऐसी स्थिति को कंप्लीट एंड्रोजन इनसेंसेटिविटी या सीएआईएस कहा जाता है। सामान्य महिलाओं में एक्स गुणसूत्रों का एक जोड़ा होता है, जबकि पुरुषों में एक्स वाई गुणसूत्रों का एक जोड़ा होता है। वर्ष 1905 में 'वाई' गुणसूत्र की पहचान लिंग निर्धारित करने वाले गुणसूत्र के रूप में की गई थी।
वैसे लोग जो सीएआईएस होते हैं, उनके शरीर की कोशिकाएं पुरुष हॉर्मोन के प्रति प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करते। अमेरिका के इमोरी विश्वविद्यालय में सायकोलॉजी तथा विहैवियोरल इंडोक्रायनोलॉजी के प्रोफेसर किम वालेन ने कहा, "हमारा निष्कर्ष 'वाई' गुणसूत्र से संबंधित उस बात को स्पष्ट तौर पर खारिज करता है, जिसमें कहा गया है कि सीएआईएस की स्थिति में 'वाई' गुणसूत्र पुरुषों जैसे लक्षणों के लिए जिम्मेदार होता है।"
वालेन ने कहा, "हमें महिलाओं तथा पुरुषों के बारे में गुणसूत्रों से संबंधित सोच पर फिर से विचार करने की जरूरत है।"