क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

प्रिंस सलमान को लेकर डोनल्ड ट्रंप को अमरीकी सीनेट का झटका

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़, 2015 में हालात ख़राब होने के बाद से यमन में हज़ारों आम नागरिक मर चुके हैं और लाखों भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं.

इससे पहले गुरुवार को यमन में संघर्षरत पक्षों की स्वीडन में मुलाक़ात हुई थी जहां पर उनके बीच बंदरगाह वाले शहर हदायदा में युद्धविराम करने पर सहमति बनी थी.

यह बंदरगाह बहुत अहम है क्योंकि देश के दो-तिहाई हिस्से की जीवनरेखा यहीं से शुरू होती है.

By BBC News हिन्दी
Google Oneindia News
डोनल्ड ट्रंप
Getty Images
डोनल्ड ट्रंप

अमरीकी सीनेट ने सऊदी अरब के नेतृत्व में यमन में चल रहे युद्ध से अमरीकी मदद ख़त्म करने और पत्रकार की हत्या के लिए सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को ज़िम्मेदार मानने के पक्ष में मतदान किया है.

इसे अमरीकी राष्ट्रपति के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि वह इन दोनों ही बातों के ख़िलाफ़ थे और उनका प्रशासन इस बिल का विरोध कर रहा था.

पत्रकार जमाल ख़ाशोज्जी की मौत को लेकर अमरीका के पुराने सहयोगी सऊदी अरब की आलोचना करने में डेमोक्रैट्स को अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर्स का भी साथ मिला.

यमन में अभियान चला रहे सऊदी अरब की मदद से पीछे हटने और ख़ाशोज्जी की मौत के लिए मोहम्मद बिन सलमान को ज़िम्मेदार बताने वाले इस प्रस्ताव के पक्ष में 56 मत पड़े जबकि विरोध में 41 वोट डाले गए.

हालांकि, ट्रंप ने इस मामले पर वीटो करने की बात कही है और हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेंटेटिव्स में इस बिल का पारित होना बहुत मुश्किल है.

अमरीकी सीनेट में पारित इस प्रस्ताव में सऊदी अरब से अपनी 'अस्थिर विदेश नीति को नरम' करने के लिए भी कहा गया है.

क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और डोनल्ड ट्रंप
Reuters
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और डोनल्ड ट्रंप

ट्रंप के लिए झटका

पिछले महीने अमरीका ने सऊदी अरब के लड़ाकू विमानों में ईंधन भरना बंद कर दिया था.

लेकिन गुरुवार को सीनेट से पारित हुआ यह प्रस्ताव अगर क़ानून के रूप में पारित हो गया तो भविष्य में फिर अमरीका सऊदी विमानों में ईंधन नहीं भर पाएगा.

इस क़दम को अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के लिए राजनीतिक तौर पर शर्मिंदगी भरा माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की आलोचना करने से इनकार कर दिया था.

ट्रंप ने यह क़दम तब भी उठाया था, जब सीआईए का कहना था कि हो सकता है अमरीका में रह रहे ख़ाशोज्जी की हत्या क्राउन प्रिंस के आदेश पर ही हुई हो.

जमाल ख़ाशोज्जी
AFP
जमाल ख़ाशोज्जी

यमन संकट

ट्रंप प्रशासन ने इस बिल का यह कहते हुए विरोध किया था कि सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन को अमरीकी मदद ज़रूरी है क्योंकि इससे ईरान को अलग-थलग करने में मदद मिलेगी जो यमन में सऊदी अरब के ख़िलाफ़ लड़ रहे हूती विद्रोहियों का समर्थन करता है.

इस बिल में राष्ट्रपति ट्रंप से अपील की गई है कि वह इस्लामिक चरमपंथियों के अलावा अन्य किसी भी तरह की गतिविधि में शामिल सभी सैन्य बलों को वापस बुलाएं.

सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था और सीनेट से इसके पारित होने को उन्होंने ऐतिहासिक पल बताया.

उन्होंने कहा, "आज हमने सऊदी अरब की निरंकुश सरकार को बता दिया कि हम उनके सैन्य अभियानों का हिस्सा नहीं बनेंगे."

विशेषज्ञ कहते हैं कि यमन इस समय दुनिया के सबसे भीषण मानवीय संकट से जूझ रहा है.

ऐसे में बर्नी सैंडर्स ने कहा कि यह मतदान दुनिया के लिए संदेश है कि अमरीका दुनिया के सबसे भीषण मानवीय संकट का हिस्सा नहीं बना रहेगा.

यमन
Getty Images
यमन

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़, 2015 में हालात ख़राब होने के बाद से यमन में हज़ारों आम नागरिक मर चुके हैं और लाखों भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं.

इससे पहले गुरुवार को यमन में संघर्षरत पक्षों की स्वीडन में मुलाक़ात हुई थी जहां पर उनके बीच बंदरगाह वाले शहर हदायदा में युद्धविराम करने पर सहमति बनी थी.

यह बंदरगाह बहुत अहम है क्योंकि देश के दो-तिहाई हिस्से की जीवनरेखा यहीं से शुरू होती है.

स्टॉकहोम में यमन सरकार और हूती विद्रोहियों के बीच मुलाक़ात
AFP
स्टॉकहोम में यमन सरकार और हूती विद्रोहियों के बीच मुलाक़ात

संयुक्त राष्ट्र ने उम्मीद जताई है कि इस युद्धविराम से चार साल से चले आ रहे संघर्ष के ख़त्म होने का रास्ता खुलेगा.

BBC Hindi
Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
English summary
US Senate flick to donald trump over Prince Salman
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X