सेना में ट्रांसजेंडर्स को बैन करने पर घर में ही घिरे डोनल्ड ट्रंप
- अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ट्रांसजेंडर्स के सेना में सेवाएं देने पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं
- लेकिन उन्हें अपने ही पूर्व सैन्यकर्मियों का विरोध झेलना पड़ रहा है.
- रिटायर्ड अधिकारियों ने लिखा है कि इस फैसले से बड़ा व्यवधान पैदा होगा.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ट्रांसजेंडर्स के सेना में सेवाएं देने पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें अपने ही पूर्व सैन्यकर्मियों का विरोध झेलना पड़ रहा है.
56 रिटायर्ड अमरीकी जनरल्स और एडमिरल्स ने एक खुला ख़त लिखकर ट्रंप प्रशासन के इस प्रस्तावित फैसले की आलोचना की है.
रिटायर्ड अधिकारियों ने लिखा है कि इस फैसले से बड़ा व्यवधान पैदा होगा. सेना हुनर से वंचित हो जाएगी और सैनिक झूठ के साथ जीने पर मजबूर हो जाएंगे.
अमरीकी सेना में करीब 7 हजार ट्रांसजेंडर्स
अधिकारियों की यह चिट्ठी अमरीकी राष्ट्रपति के उन ट्वीट्स के बाद आई है, जिनमें उन्होंने ट्रांसजेंडर्स को सेना में किसी भी पद पर सेवाएं देने से बैन करने की बात कही थी.
एक अनुमान के मुताबिक, फिलहाल अमरीकी सेना में करीब सात हज़ार ट्रांसजेंडर्स काम कर रहे हैं.
हालांकि अमरीका के एक शीर्ष सेना अधिकारी ने कहा है कि ट्रांसजेंडर्स सेना में काम करते रहेंगे, जब तक कि राष्ट्रपति नए नियम को लागू करने के संबंध में स्पष्ट निर्देश नहीं देते.
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ट्रंप ने ट्विटर पर किया था ऐलान
26 जुलाई को अमरीकी राष्ट्रपति ने ट्विटर पर लिखा था, 'अपने सेना के जनरलों और सैन्य जानकारों से मशविरे के बाद अब अमरीकी सरकार ट्रांसजेंडर्स को सेना में किसी भी पद पर काम करने की इजाज़त नहीं देगी. हमारी सेना का ध्यान निर्णायक और ज़बरदस्त विजय की ओर रहना चाहिए और उस पर भारी भरकम मेडिकल ख़र्च का बोझ नहीं डाला जा सकता.'
उधर, समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक, अमरीकी कोस्ट गार्ड के प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि वह ट्रांसजेंडर्स सैन्यकर्मियों का भरोसा नहीं तोड़ेंगे.
एक वॉशिंगटन थिंक टैंक में बोलते हुए कोस्ट गार्ड के कमांडेंट एडमिरल पॉल ज़ुकुन्फ्त ने कहा कि कोस्ट गार्ड में 13 जवान खुले तौर पर अपनी ट्रांसजेंडर पहचान ज़ाहिर की है. उन्होंने कहा, 'वे कम संख्या में हैं, पर महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं.'
एजेंसी के मुताबिक, ट्विटर पर ट्रंप का यह ऐलान रक्षा मंत्रालय से शून्य या बहुत कम समन्वय के साथ आया है. ट्रंप ने ऐसे समय पर ये ट्वीट किए जब अमरीकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस छुट्टी पर थे.
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'भरोसा नहीं तोड़ेंगे'
ज़ुकुन्फ्त ने कहा कि उन्होंने वॉशिंगटन पोस्ट में एक नौजवान लेफ्टिनेंट की कहानी पढ़ी जिसने लिंग बदलने की सर्जरी करवाई है और वह ट्रंप के ट्वीट्स के बाद से चिंता में है.
ज़ुकुन्फ्त के मुताबिक, 'मैं ख़ुद लेफ्टिनेंट टेलर मिलर के पास गया. उनका परिवार उन्हें छोड़ चुका है. मैंने टेलर से कहा कि मैं तुम्हें अपनी पीठ नहीं दिखाऊंगा. हमने तुम में निवेश किया है और तुमने कोस्ट गार्ड में निवेश किया है और मैं भरोसा नहीं तोड़ूंगा.'
ट्रंप के ट्वीट्स को एक हफ्ता हो गया है लेकिन एएफ़पी के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय को इस संबंध में अब तक कोई स्पष्ट आदेश नहीं दिए गए हैं. रक्षा मंत्रालय यह भी बताने की स्थिति में नहीं है कि इस फैसले से पहले रक्षा मंत्री से मशविरा किया भी गया या नहीं.