साउथ चाइना सी की वजह से युद्ध के कगार पर अमेरिका-चीन
अमेरिका ने दी चीन को साउथ चाइना सी पर चेतावनी तो चीन ने कहा अपने काम से काम रखे अमेरिका। अमेरिका ने साउथ चाइना सी पर अपने हितों की रक्षा करेगा अमेरिका।
वाशिंगटन। साउथ चाइना सी पर अमेरिका और चीन पहले से आमने-सामने थे लेकिन अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद से इस मुद्दे की वजह से दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति हो गई है। ताजा घटनाक्रम में जहां अमेरिका ने चीन को वॉर्निंग दी है तो वहीं चीन ने भी अमेरिका को जवाब दिया है।
क्या कहा अमेरिका ने
व्हाइट हाउस के नए प्रेस सेक्रेटरी सीन स्पाइसर ने सोमवार को पहली मीडिया कांफ्रेंस की। इस कांफ्रेंस में उन्होंने चीन को चेतावनी दी। स्पाइसर ने कहा, 'साउथ चाइना सी में आने वाले इलाके अंतराष्ट्रीय जलक्षेत्र और अंतराष्ट्रीय गतिविधियों के तहत आते हैं। मेरा ख्याल है अमेरिका इस बात को सुनिश्चित करेगा कि यहां पर अपने हितों की रक्षा की जाए।' उन्होंने साफतौर पर चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका दूसरे देशों के कब्जे में जाने से अंतराष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा करेगा जिन। उन्होंने साफ-साफ कहा कि अंतराष्ट्रीय सीमाओं पर बने द्वीप चीन का हिस्सा नहीं हैं। अगर ऐसा है तो फिर अमेरिका इन सीमाओं के चीन में कब्जे में जाने से रक्षा करेगा। यह पहला मौका नहीं है जब अमेरिका में नई सरकार आने के बाद साउथ चाइना सी पर अमेरिका की ओर से ऐसा बयान आया है। हाल ही में अमेरिका के संभावित विदेश सचिव रेक्स टिलरसन ने कहा था कि साउथ चाइना सी पर चीन को नए द्वीप बनाने या फिर यहां पर उसकी गतिविधियों को प्रतिबंधित करना होगा।
चीन ने दिया अमेरिका को जवाब
अमेरिका की ओर से चेतावनी के बाद चीन ने भी अमेरिका को फटकार लगाई है। मंगवार को चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से एक आधिकारिक बयान जारी किया गया है। इस बयान में अमेरिका को सलाह दी गई है कुछ भी बोलने से पहले अमेरिका को सावधानी बरतनी होगी। चीन का कहना है कि साउथ चाइना सी पर चीन का अधिकार है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने रोजाना की मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि अमेरिका को साउथ चाइना सी के बारे मे कुछ भी बोलने या करने से पहले काफी सावधानी रखनी चाहिए। अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के आने के बाद से चीन के विदेश मंत्रालय की यह पहली मीडिया ब्रीफिंग थी जिसमें अमेरिका को सावधान रहने की सलाह दी गई। रेक्स टिलीरसन के बयान के बाद चीन की ओर से अमेरिका को धमकी दी गई थी। चीन की मीडिया की ओर से कहा गया था कि अगर अमेरिका ने साउथ चाइना सी पर जाने से उसे रोका तो फिर बड़ा युद्ध छिड़ेगा।