गांधी के मूल्यों पर खड़े भारत में होना घर जैसा लगता है- बान की मून
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने वैश्विक संस्था और भारत के बीच साझेदारी पर जोर देते हुए कहा कि एक नए भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में होना उन्हें अपने घर जैसा एहसास देता है।
गांधी
के
मूल्यों
पर
खड़ा
है
भारत
बान की मून ने कहा कि अमेरिका और भारत दोनों ,देशों के बीच गांधीवादी मूल्यों पर आधारित साझेदारी को महत्व देना चाहिए। मून ने सोमवार को भारत के गणतंत्र दिवस पर अपने संदेश में कहा महात्मा गांधी शांति के महानायक, मानवाधिकारों के रक्षक और गरीबों के हिमायती थे। यही सब आदर्श संयुक्त राष्ट्र चार्टर में भी शामिल हैं।
जलवायु
को
बचाने
में
भारत
की
भूमिका
अहम
मून ने कहा कि ऐसे वक्त में जबकि संयुक्त राष्ट्र अपनी 70वीं वर्षगांठ पर टिकाऊ विकास के लक्ष्यों को नए सिरे से निर्धारित कर रहा है और जलवायु परिवर्तन पर समझौते की कोशिश में जुटा है, इन उद्देश्यों को हासिल करने में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
वाइब्रैंट
गुजरात
समिट
बेहतर
प्रयास
उन्होंने कहा, "वाइब्रेंट गुजरात सम्मिट में मैंने विकास के मसले पर भारत का नेतृत्व वाला दृष्टिकोण देखा। मून ने कहा कि भारत का गणतंत्र दिवस यह दर्शाने का अवसर है कि कैसे भारत और संयुक्त राष्ट्र मिलकर बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने भारत को शांति, लोकतंत्र और विकास सहित कई क्षेत्रों में योगदान देने के लिए धन्यवाद दिया।
भारत
में
होना
घर
जैसा
लगता
है
मून का संदेश म्यांमार के उनके विशेष सलाहकार विजय नांबियार ने न्यूयार्क में भारत के स्थाई मिशन द्वारा आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में पढ़कर सुनाया। मून ने कहा कि गांधी के आदर्शो को संयुक्त राष्ट्र ने भी अपनाया है। उन्होंने कहा, "आश्चर्य की बात नहीं है कि भारत में मुझे अपने घर जैसा एहसास होता है।
दक्षिण कोरिया के राजनयिक के रूप में बान की पहली विदेश नियुक्ति भारत में हुई थी। उनके बेटे वू-हयुन का जन्म नई दिल्ली (भारत) में हुआ था और उनकी बेटी ह्युन ही ने भारतीय नागरिक सिद्धार्थ चटर्जी से विवाह किया है।