4 साल की बच्ची की आंखों में आतंक का खौफ, कैमरे को बंदूक समझ हाथ खड़े किये
सीरिया। आतंकवाद का बर्बर चेहरा किस तरह से दुनियाभर के बच्चों की मासूमियत तो छीन रहा है। सीरिया में पिछले चार साल से गृहयुद्ध छिड़ा हुआ है जिसमें सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। लेकिन सीरिया में खींची गयी एक बच्ची की तस्वीर ने दुनियाभर को हिलाकर रख दिया है।
सीरिया में जिस तरह से आतंकियों ने अपना खौफ फैला रखा है उससे बच्चों के अंदर जबरदस्त डर और भय बैठ गया है। तुर्की के फोटोग्राफर उस्मान सगिरली ने अपने कैमरे में एख तस्वीर कैद की है जिसमें 4 साल की मासूम बच्ची के भीतर का खौफ साफ झलक रहा है। यह तस्वीर गाजा पट्टी की फोटोजर्नलिस्ट नादिया अबू शबान ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट की थी। उनकी यह तस्वीर पूरे सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी है।
दरअसल जब फोटोजर्नलिस्ट नादिया ने सीरिया के आतेह शर्णार्थी शिविर में खींची थी। लेकिन नादिया को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि यहां के मासूम बच्चों के अंदर हथियारों का खौफ इस कदर घर कर चुका है कि जैसे उन्होंने अपना कैमरा फोटो खींचने के लिए बच्ची के सामने उठाया बच्ची को लगा कि कोई उसे हथियार से मारने जा रहा है और उसने अपने हाथ उपर करके खुद का समर्पण कर दिया। नादिया की इस तस्वीर को ट्विटर पर अबतक 14 हजार बार ट्वीट किया जा चुका है।
नादिया का कहना है कि बच्ची की इस तस्वीर को देखकर मैं खुद को रोक नहीं सकी और मेरी आंखों से आंशू छलक आये। नादिया कहती है आज मनुष्यता इस दुनिया में हार गयी है। इस बच्ची का नाम हुदिया है जो अपने दो भाई-बहन और मां के साथ शरर्णार्थी स्थल में रहती है।