जयललिता के जाने से श्रीलंका के भी एक हिस्से में छाई उदासी
नार्थ श्रीलंका में की गई थीं जयललिता के स्वस्थ होने की प्रार्थनाएं। नॉर्थ श्रीलंका में बसे तमिलों के दिल में अम्मा के लिए काफी सम्मान और प्यार। निधन की खबर से सब सकते में।
कोलंबो। नॉर्थ श्रीलंका में बसे तमिल पिछले दिनों से जयललिता के ठीक होने की दुआएं कर रहे थे। सोमवार को जब जया के निधन की खबर आई तो सब हैरान थे। किसी को भरोसा नहीं हो पा रहा था कि अब जयललिता उनके बीच नहीं हैं।
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काफी सम्मानित थीं अम्मा
श्रीलंका के उत्तरी प्रांत के हिस्से में बसे तमिलों के बीच जयललिता काफी लोकप्रिय थीं। यहां के मुख्यमंत्री सीवी विग्नेश्वरम ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि जयललिता जिन्हें दिल का दौरा पड़ा, उन्होंने नॉर्दन हिस्से में बसे तमिलों का दिल जीत लिया था।
विग्नेश्वरम के मुताबिक उन्हें यहां के तमिल काफी प्यार करते थे और उनका काफी सम्मान करते थे।
यह उनका स्वभाव ही था कि उन्हें जो भी कहना होता था बिना डरे कह डालती थीं। नॉर्दन श्रीलंका के हिस्से में बसे तमिल सोमवार तक उनके ठीक होने के लिए प्राथर्नाएं कर रहे थे।
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तमिल शरणार्थियों के लिए कई वादे
इस वर्ष तमिलनाडु में हुए विधानसभा चुनावों से पहले जया की पार्टी एआईएडीएमके की ओर से घोषणा पत्र जारी किया गया था।
इस घोषणा पत्र में अम्मा ने कहा था कि वह उन तमाम लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगी जो श्रीलंक के तमिलों के नरसंहार के लिए जिम्मेदार हैं।
इसके अलावा वह श्रीलंकन तमिलों को राज्य में पूरे सम्मान और स्वतंत्रता के साथ रहने का मौका भी देंगी।
अम्मा ने श्रीलंका की सरकार से एक अलग तमिल राज्य बनाने की मांग की थी। इसके अलावा उन्होंने भारत सरकार से कहा था कि वह तमिलनाडु में कैंपों और कैंपों के बाहर पिछले कई वर्षों से रह रहे तमिलों को दोहरी नागरिकता प्रदान करे।