17 घंटे की लड़ाई के बाद सिडनी में बंधक संकट खत्म, 3 की मौत 6 घायल
सिडनी| आखिरकार लंबे जदोजहद के बाद सिडनी के मार्टिन प्लेस कैफे से बंधक बने तीसों लोगों के छुड़ाने में पुलिस कामयाब हो गई। इस ऑप्रेशन में 3 लोगों की मौत हुई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने टेलीविजन रपट के हवाले यह जानकारी दी। हालांकि, रपट में यह खुलासा नहीं हुआ है कि लोगों को बंधक बनाने वाला बंदूकधारी मृतकों में है या नहीं। इस ऑप्रेशन में 6 लोग घायल भी है जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में 2 गर्भवती समेत 5 महिलाएं शामिल हैं।
मालूम हो जो जानकारी एजेंसियों के जरिये मिल रही है उसके हिसाब से सुरक्षा बलों ने आतंकी को तो मार गिराया है लेकिन इन सब के बीच एक बंधक की भी मौत हो गई है। 17 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में सभी बंधकों को छुड़ाया गया है।
सिडनी में बंधक संकट खत्म
आपको यह भी बता दें कि इस घटना का मुख्य हमलावर ईरानी शरणार्थी था जो कि 1996 में ईरान से भागकर ऑस्ट्रेलिया आया था। पुलिस के मुताबिक 49 साल के स्वयंभू मौलवी शेख हारून पर कई आपराधिक केस दर्ज हैं। उसपर अपनी पूर्व पत्नी की हत्या की साजिश का आरोप था और वो जमानत पर जेल से बाहर आया था जिसे कि कल पुलिस ने इसे मौत के घाट उतार दिया है।
बंधक बनें दोनों भारतीय सुरक्षित
सिडनी कैफे बंधक कांड में दो भारतीय बंधक भी थे जो कि अब पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इन दोनों भारतीय बंधकों का नाम अंकित रेड्डी और पुष्पेंद्रू घोष है। जिनके सकुशल होने की पुष्टि भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ट्वीट के जरिये की है।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया है कि @SUSHMASWARAJ सिडनी में बंधक संकट खत्म हो गया है। भारतीय विश्वकांत अंकित रेड्डी सुरक्षित हैं। फिलहाल वो अस्पताल में हैं जहां उनकी कुछ जांच हो रही है। उसके बाद वो घर चले जाएंगे।