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दक्षिण चीन सागर विवाद से दूर रहे भारत: चीनी मीडिया

By Sachin Yadav
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दक्षिण चीन सागर विवाद से भारत को दूर रहने की सलाह चीन के मीडिया ने दी है। यह बात चीन के मीडिया ने तब कही है जब चीन के विदेश मंत्री वांग यी की शुक्रवार को भारत की यात्रा प्रस्तावित है। चीन के सरकारी मीडिया ने कहा कि बिना वजह के भारत को दक्षिण चीन सागर विवाद में दखल नहीं देना चाहिए।

south china sea

<strong>एनएसजी पर खुद मदद न करने वाला चीन, दक्षिण चीन सागर के मसले पर मांगने आ रहा मदद</strong>एनएसजी पर खुद मदद न करने वाला चीन, दक्षिण चीन सागर के मसले पर मांगने आ रहा मदद

चीन का मीडिया बना रहा दबाव
चीन के समाचार ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित एक अन्य लेख के मुताबिक भारत की बिजनेस वीजा पॉलिसी पर भी सवाल उठाए हैं। ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित समाचार के मुताबिक भारत की बिजनेस पॉलिसी को 'ए पेन इ द बट' कहा गया है।

आपको बताते चलें कि चीन के विदेश मंत्री अपनी भारत यात्रा के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिल सकते हैं।

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चौतरफा ​घिरा हुआ चीन
दक्षिण चीन सागर पर कब्जे को लेकर चौतरफा घिरा चीन कभी भारत से मदद मांग रहा है। तो कभी अपने सरकारी समाचार पत्रों के जरिए भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी अपनी तीन दिनों की यात्रा पर 12 अगस्त को भारत आ रहे हैं। चीन के विदेश मंत्री की भारत यात्रा का मकसद है कि भारत दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर दूसरे देशों का साथ ना दे। चीन को आशंका है कि सिंतबर में होने वाली जी20 समिट के दौरान दक्षिण चीन समुद्र के मुद्दे को कई देश उठा सकते हैं।

पूर्वी चीन सागर पर बढ़ी तनातनी, जापान ने दी चीन को चेतावनीपूर्वी चीन सागर पर बढ़ी तनातनी, जापान ने दी चीन को चेतावनी

दक्षिण चीन सागर पर चीन के अधिकार को इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल पहले ही खारिज कर चुका है। दक्षिण चीन सागर में चीन के कब्जे पर अमेरिका सहित कई देश अपनी आवाज उठा चुके थे।

चीन का दावा हो चुका खारिज
इस दक्षिण चीन सागर पर चीन अपना अधिकार जता रहा था। पर ​फिलीपींस ने इसके खिलाफ आवाज उठाकर सबसे पहले चीन को चुनौती दे दी थी। फिलीपींस ने इस मुद्दे को 'यूनाइटेड नेशनस कंनवेंशन आॅफ द लॉ आॅफ द सीस' में इस मुद्दे को उठाया था। इस फैसले के बाद भारत की तरफ से आए जवाब से बीजिंग खुश नहीं है। क्यों​कि भारत ने कहा था कि यूएन कंनवेशन को प्रभावपूर्ण ढंग से लागू किया जाना चाहिए। बीजिंग चाहता है कि जी20 समिट में यह मुद्दा न बने और भारत किसी अन्य देश का साथ न दे, जो ​इस पर बहस चाहते हों।

South china sea

एनएसजी पर भारत का किया नहीं किया था समर्थन
आपको बताते चलें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, अमे​रिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से 3 सितंबर को चीन के शहर हेंगजूहू में प्रस्तावित यात्रा के दौरान भेंट हो सकती है। चीन के विदेश मंत्री वांग तीन देशों की यात्रा पर हैं। भारत के अलावा वो केन्या और युगांडा की यात्रा पर भी जाएंगे। चीन के सरकारी मीडिया ने विदेश मंत्रालय के हवाले से छापा की इस यात्रा के दौरान वो भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मिलेंगे।

<strong>सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए आई एससीएस में चीन की कारस्तानी</strong>सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए आई एससीएस में चीन की कारस्तानी

आपको बताते चलें कि चीन के चलते ही भारत को एनएसजी देशों की सदस्यता नहीं मिल पाई थी। चीन समेत अन्य कई देशों ने भारत की एनएसजी सदस्यता का विरोध कर दिया था। वहीं लद्दाख में भारतीय फौज की भारी संख्या में मौजूदगी कराके चीन को कड़ा संदेश दिया था।

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English summary
Stay off south china sea dispute, Chinese media tells India
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