रूस के इस कदम से लग गया सुपरपावर अमेरिका को डर!
वाशिंगटन। मंगलवार को टर्की और सीरिया के बॉर्डर पर जो कुछ हुआ है उससे दुनिया के हालात बदलने लग गए हैं। थोड़े दिनों पहले तक लगने लगा था कि शायद रूस और अमेरिका आईएसआईएस जैसे राक्षस को मिटाने के लिए साथ आ जाएंगे लेकिन अब ऐसा नजर नहीं आ रहा है।
टर्की की ओर से रूस के फाइटर जेट को गिराने के बाद अब रूस ने अपना सबसे एडवांस एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम डेप्लॉय कर दिया है।
रूस ने नॉर्थ वेस्ट सीरिया के लताकिया में एस-400 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें भेजी हैं। रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने कहा था कि टर्की ने रूस की पीठ में छुरा भोंका है। रूस के रक्षा सचिव सर्गेई लारोव ने कहा है कि टर्की ने उसे उकसाने के लिए उसके फाइटर जेट को गिराया है।
एस-400 मिसाइलों की मारक क्षमता 400 किलोमीटर तक की है, जिसका अर्थ यह है कि ये टर्की के अंदर तक जा सकती हैं या अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन विमानों के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं।
इससे सीरिया में पहले से युद्धरत सेनाओं के हितों से जुड़ी नाजुक स्थिति में एक खतरनाक पहलू और जुड़ गया है।
एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह एक सक्षम हथियार प्रणाली है, जो कि किसी के लिए भी खतरा हो सकती है। सीरिया में एरियल ऑपरेशन से जुड़ी बड़ी चिंताएं हैं।
अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने अगस्त 2014 के बाद से सीरिया और इराक में आईएसआईएस के ठिकानों पर 8000 से ज्यादा बार हमले किए हैं।
लेकिन एक और अमेरिकी अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि एस-400 से गठबंधन की लड़ाइयों पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए।