खुलासा: गुजरात दंगों पर सोनम शाह ने ओबामा की टीम से मांगी थी मदद
अमेरिका। अपने खुलासों से सबकों चौंकाने वाले विकिलीक्स ने ओबामा की ट्रांजिशन टीम में शामिल रही सोनल शाह के बारे में गुजरात दंगों से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया है।
2008 में अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव से पहले प्रेजिडेंशियल ट्रांजिशन टीम में शामिल रही पहली अमेरिकी-भारतीय सदस्य सोनल शाह के उस समय के कुछ मेल का विकीलिक्स ने खुलासा किया है। उन पर गुजरात दंगो का समर्थन का आरोप लगा था।
जो मेल सामने आए हैं उनमें सोनल शाह कि उनका दंगों को कोई समर्थन नहींं है, ऐसा करके उनकी टीम के शीर्ष पर बैठे लोग उनको दंगों की समर्थक बताकर ओबामा की छवि को खराब करना चाहते हैं।
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खुद के लिए मांगी थी मदद
सोनल शाह ने ओबामा के चुनाव जीतने के एक हफ्ते बाद लिखे मेल में खुद को गुजरात दंगों की समर्थक और दक्षिणपंथियों के हमदर्द बताए जान की भारतीय मीडिया की बात से परेशान होकर खुद के लिए ओबामा और उनकी टीम से मदद भी मांगी थी।
हालांकि सोनल शाह इसके बाद अप्रैल 2009 से अगस्त 2011 तक ओबामा की टीम का का हिस्सा रहीं, उन्होंने सामाजिक नवाचार निदेशक का कार्यभार संभाला।
शाह ने कई मेल लिखकर इस बात की जानकारी दी थी कि उनकी ही टीम के कुछ लोग उन्हें बदनाम करना चाहते हैं। जिसके लिए गलत प्रटार किया जा रहा है।
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'मेरा आरएसएस से कोई लेना-देना नहीं'
शाह ने मेल में लिखा था कि वो भारत में किसी दक्षिणपंथी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ीं। उन्होंने लिखा कि विश्व हिन्दू परिषद और आरएसएस से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने लिखा कि उनकी विचारधारा इस तरह के संगठनों से मेल नहीं खाती है और वो हर तरह की बांटने वाली राजनीति और धार्मिक उन्माद फैलाने वाले संगठनों का विरोध करती हैं।
उन्होंने लिखा कि 2001 के भूकंप के बाद उन्होंने गुजरात में काफी समय गुजारा और राहत कार्यों में जुटी रहीं। उन्होंने कहा कि मैंने मानव धर्म के नाते ऐसा किया लेकिन किसी ग्रुप से मेरा कोई ताल्लुक नहीं है।