डोनाल्ड ट्रंप से हिलेरी क्लिंटन की क्यों हुई हार, जानिए यहां असली वजहें
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2016 में डोनाल्ड ट्रंप ने हिलेरी क्लिंटन को हराकर देश के 45वें राष्ट्रपति बनने का इतिहास बनाया। हिलेरी क्लिंटन पर जीत की क्या रहीं खास वजहें, जानिए...
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2016 में डोनाल्ड ट्रंप ने हिलेरी क्लिंटन को हराकर देश के 45वें राष्ट्रपति बनने का इतिहास बनाया। वह 19वें रिपब्लिकन राष्ट्रपति हैं।
इस रोमांचक मुकाबले में डोनाल्ड ट्रंप की हिलेरी क्लिंटन पर जीत की क्या रहीं खास वजहें, जानिए नीचे -
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अर्थव्यवस्था के प्रति संशय
बराक ओबामा ने अमेरिका को वित्तीय संकट से बचाया था और नौकरियों बढ़ाकर उन्होंने अमेरिकी लोगों का दिल जीता था। लेकिन हिलेरी क्लिंटन के संबंध में अमेरिकी लोगों को यह विश्वास नहीं था।
जबकि डोनाल्ड ट्रंप इस पूरे मामले पर दिल जीतने में सफल रहे। ट्रंंप ने सबको विश्वास दिलाया कि अमेरिका की खराब ट्रेड पॉलिसीज की वजह से संकट आया था और वह इससे पार पाना बखूबी जानते हैं।
एक बिजनेसमैन होने की वजह से हिलेरी क्लिंटन ने उनको हल्के में लिया, जो कि बड़ी गलती साबित हुई।
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भरोसा
हिलेरी क्लिंटन की हार के पीछे एक अहम वजह यह भी रही कि उनपर विश्वास करने वाले लोग कम थे। हिलेरी क्लिंटन को ईमेल प्रकरण के मामले की वजह से भी जनता के बीच अपना विश्वास खोना पड़ा।
जनता को लगा कि ऐसी महिला को देश की कमान सौंपना ठीक नहीं होगा जिसपर निजी हित साधने के आरोप लगे हों।
एफबीआई इस मामले की वोटिंग से दो दिन पहले तक जांच करता रहा ताकि अगर क्लिंटन के खिलाफ लगे आरोप सही पाए गए तो उन्हें सुरक्षा कानून के उल्लंघन में पकड़ा जा सके।
हालांकि, उनपर आरोप सही नहीं पाए गए लेकिन एफबीआई ने इतना कहा था कि क्लिंटन ने इस मामले में ऐसे बर्ताव किया जैसे कि उनको लगता हो कि कानून उनपर लागू नहीं होता।
संवाद में खालीपन
पूरे चुनाव प्रचार के दौरान हिलेरी क्लिंंटन सिर्फ अपने इतिहास की लोकप्रियता को भुनाती रहीं। उन्होंने अपने कैंपेन से जो सबसे मजबूत संदेश देना चाहा, वह था कि वह देश की राष्ट्रपति बनने की सबसे प्रबल दावेदार हैं।
हालांकि, यह काफी मायनों में सच भी था। विशेषतौर पर तब, जबकि अनुभव की बात हो। उनकी कैंपेन में जो नारे लगे, वे बहुत प्रभावी नहीं थे।