अमेरिका ने तैयार किया सबसे छोटा ड्रोन, बिना नजर आए दुश्मन को दे सकता है मात
अमेरिका ने तैयार किया सिर्फ छह इंच का ड्रोन स्वार्म। सफल परीक्षण के बाद विशेषज्ञों की नजरें अब स्वार्म पर। कुछ ने कहा 21वीं सदी का अब तक का सबसे खतरनाक हथियार।
वाशिंगटन। अमेरिका ने सिर्फ छह इंच के ड्रोन का सफल परीक्षण कर इसे दुनिया के सामने लाकर रख दिया है। सोमवार को अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के अधिकारियों की ओर से जानकारी दी गई कि 103 माइक्रो ड्रोन स्वार्म का सफल परीक्षण किया गया है।
माना गया एक मील का पत्थर
अमेरिका की ओर से रक्षा तकनीकी की दिशा में यह कदम एक मील का पत्थर माना जा रहा है। अमेरिका ने इस नए हथियार सिस्टम की दिशा में डेवलपमेंट आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में सुधार कर संभव किया। इसके सफल परीक्षण के साथ ही अब यह संभावना भी बनी है कि किसी इंसान के निर्देश में छोटे रोबोट्स का एक ग्रुप एक साथ काम कर सकता है। अमेरिकी रक्षा विशेषज्ञों को अब इस नए टेस्ट के साथ काफी उम्मीदें हैं। उनका मानना है कि दुश्मनों को मिटाने के लिए अब कम रकम के साथ इस तरह के ड्रोन का निर्माण भारी संख्या में संभव है। पेंटागन ने एक बयान जारी कर कहा अमेरिका ने पिछले वर्ष अक्टूबर में कैलिफोर्निया में 103 पेरडिक्स माइक्रो ड्रोन का सफल परीक्षण किया था। यह ड्रोन सिर्फ छह इंच या 16 मीटर का है। इसे F/A-18 सुपर हॉरनेट फाइटर जेट्स से लॉन्च किया गया था। पेंटागन ने कहा है कि माइक्रो-ड्रोन के सफल परीक्षण में इसने एक साथ निर्णय लेना, एडेप्टिव फॉरमेशन के साथ उड़ान भरना और खुद ही ठीक होने जैसी क्षमता का प्रदर्शन किया।
कैसे काम करता है ड्रोन
पेंटागन के स्ट्रैटेजिक कैपेबिलटीज ऑफिस के डायरेक्टर विलियम रोपर ने बताया कि पेरडिक्स प्रि-प्रोग्राम्ड संकलित ड्रोन नहीं हैं बल्कि एक सामूहिक बनावट है, जो निर्णय लेने के लिए एक डिस्ट्रीब्यूटेड दिमाग का प्रयोग करता है। उन्होंने कहा कि पेरडिक्स दूसरे पेरडिक्स के साथ कम्यूनिकेट करता है और हर दूसरे पेरडिक्स के साथ सहयोग करता है, तो ऐसे में स्वार्म को कोई एक लीडर नहीं है और यह किसी ड्रोन के टीम में दाखिल होते समय या निकलते समय सलीके से अपने अनुकूल बना लेता है। अमेरिकी रक्षा सचिव एश कार्टर जब वर्ष 2012 में उप-रक्षा सचिव थे तो उन्होंने सीक्रेट कैपेबिलिटीज ऑफिस तैयार किया था। इसका मकसद अमेरिकी वेपन सिस्टम में नए टेक्नोलॉजी आविष्कारों को आगे बढ़ाना है।