यूएन में पाक ने की कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग
न्यूयॉर्क। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा फिर से उठाया है। पाक ने यहां विश्व स्पीकर सम्मेलन में कहा है कि कि इस विश्व निकाय के तहत कश्मीरी लोगों के लिए जनमत संग्रह का यही समय है। हालांकि भारत की ओर से पाक की इस मांग के विरोध में आपत्ति दर्ज करा दी गई है।
पाकिस्तानी नेशनल असेंबली के कार्यवाहक स्पीकर मुर्तजा जावेद अब्बासी ने यहां चौथे विश्व स्पीकर सम्मेलन में कहा कि कश्मीर का विवाद काफी समय से अटका हुआ है।
इसके साथ ही कई और विवाद भी इस क्षेत्र में मौजूद हैं जो इसे अपनी बेहतरीन आर्थिक और सामाजिक क्षमता को हकीकत में तब्दील करने से रोक रहे हैं। उनका कहना था कि इन सभी विवादों में सबसे आगे जम्मू-कश्मीर का विवाद है।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर एक ‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त' विवादित क्षेत्र है जैसा कि संयुक्त राष्ट्र के कई प्रस्तावों में लिखा गया है।
अब्बासी के मुताबिक कश्मीरी लोगों ने अपने इंसाफ और आत्मनिर्णय के वाजिब हक के लिए बहुत लंबा इंतजार किया है। दक्षिण एशिया में शांति न सिर्फ क्षेत्र के लोगों के लिए बल्कि पूरे विश्व के नागरिकों के लिए जरूरी है।
अब्बासी की मानें तो यह समय है कि जब कश्मीर के लोगों को संयुक्त राष्ट्र के तहत स्वतंत्र और निष्पक्ष जनमत संग्रह के जरिए अपने अधिकारों का इस्तेमाल करने दिया जाए।।
पिछले महीने पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए इस विश्व निकाय और इस्लामी देशों के संगठन से इस मुद्दे के समाधान में मध्यस्थता की मांग की थी।