कुछ भी कर लें ट्रंप, अमेरिका में बढ़ रही है भारतीय छात्रों की संख्या
अमेरिका में भारतीय छात्रों की संख्या में इस वर्ष हुआ 25% का इजाफा।
वाशिंगटन। नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एच1बी वीजा को लेकर भारत पर तंज करें लेकिन वह इस हकीकत से इंकार नहीं कर सकते हैं कि यहां पर भारतीय छात्रों को बेस्ट माना जाता है। तभी तो यहां की यूनिवर्सिटीज इन्हें एडमिशन देती हैं। इसका ताजा उदाहरण है भारतीय छात्रों की बढ़ती संख्या जिसमें वर्ष 2015 में 25 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
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सबसे ज्यादा इजाफा
भारतीय छात्रों की बढ़ोतरी का वर्ष 2015 का आंकड़ा हालिया वर्षों में सबसे ज्यादा है। वर्ष 2016 के ओपेन डोर्स डाटा की ओर से यह जानकारी जारी हुई है।
ओपेन डोर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के छात्र-छात्राएं अमेरिका की इकॉनमी में करीब 5.5 बिलियन डॉलर की मदद करते हैं।
इस समय 1.7 लाख छात्र भारत से हैं और यह कुल अंतराष्ट्रीय छात्रों का 16 प्रतिशत है। इनमें से ज्यादातर छात्र ग्रेजुएट स्तर के हैं।
वर्ष 2015-2016 में 11.6% अंडर-ग्रेजुएट्स, 61.4% ग्रेजुएट, 1.5% बाकी छात्र थे। 25.5% ऑन्प्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए थे।
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चीन पहले नंबर पर
अमेरिकी कॉलेजों में भारत के छात्रों की जनसंख्या में इजाफा हो रहा है। चीन फिर भी सबसे बड़ा देश है जिसके सबसे ज्यादा छात्र अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं।
चीन के 31.5% छात्र अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं। वर्ष 2014-2015 भारतीय छात्रों का आंकड़ा 1,32,888 था।
ओपेन डोर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि लगातार दूसरे साल अमेरिका में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या में भारतीय छात्रों की संख्या सबसे ज्यादा बढ़ी है। ग्रेजुएशन और ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग में जुड़ने वाले छात्र सबसे अधिक हैं।
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ग्रोथ रेट में चीन से आगे भारत
अमेरिका में पढ़ने वाले पांच लाख से ज्यादा विदेशी छात्रों में आधे से ज्यादा छात्रों की संख्या चीन, भारत और सऊदी अरब से आने वाले छात्रों की है।
रिपोर्ट के मुताबिक भले ही भारत के छात्रों की संख्या चीन के छात्रों से कम हो लेकिन ग्रोथ रेट और कुल इजाफा चीन से ज्यादा है।