उत्तर कोरिया को फिर लगा झटका, मिसाइल परीक्षण हुआ फेल
अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मध्यम रेंज की मिसाइल मुसुडन का परीक्षण उत्तर कोरिया ने करने की कोशिश की थी।
सियोल। परमाणु परीक्षण के जरिए दुनिया भर की नाक में दम करने वाले उत्तर कोरिया का एक और मिसाइल परीक्षण फेल हो गया है।
फेल हुआ मिसाइल टेस्ट
इस बात की पुष्टि अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं ने की है। साथ ही अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के मिसाइल हमलों का जवाब देने की लिए आपसी सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है।
अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मध्यम रेंज की मिसाइल मुसुडन का परीक्षण उत्तर कोरिया ने करने की कोशिश की थी। यह परीक्षण पश्चिम में कुसॉंग शहर के पास किया गया था। पर यह सफल नहीं हो पाया।
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अमेरिका और दक्षिण कोरिया मिल कर करेंगे काम
संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा काउंसिल के प्रस्तावों के खिलाफ जाने वाले उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल परीक्षणों का जवाब देने के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने वाशिंगटन में बोलस्टर मिलिट्री और डिप्लोमेटिक प्रयासों को बढ़ाने का फैसला किया है।
दक्षिण कोरिया की सेनाओं के प्रमुखों ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उत्तर कोरिया अवैध काम करके लगातार हमें उकसाने का काम कर रहा है।
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जापान ने भी दर्ज कराया विरोध
वहीं जापान ने इस मिसाइल लांच को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है। जापान ने कहा है कि वो अधिकारिक तौर पर बीजिंग में स्थित उत्तर कोरिया की एंबेसी में अपना विरोध दर्ज कराएगा।
उत्तर कोरिया ने पिछले सात महीने में आठ बार मिसाइल लांच करने की कोशिश की है। पर यह सभी फेल हो गए हैं। उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल लांच मोबाइल लांचर्स के जरिए किए थे। उत्तर कोरिया की मिसाइल की मारक क्षमता 3000 किलोमीटर तक होती। अगर यह परीक्षण सफल हो जाता तो।
उत्तर कोरिया की धमकी , करते रहेंगे परमाणु परीक्षण
उत्तर कोरिया ने इस साल 9 सिंतबर को ही अपना पांचवां परमाणु परीक्षण किया था। इसके बाद से ही उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान लामबंद होना शुरू हो गए थे।
उत्तर कोरिया ने जून में 400 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली मुसुडन मिसाइल का परीक्षण किया था। इस मिसाइल की मारक क्षमता जापान की दूरी से 50 फीसदी ज्यादा थी। दक्षिण कोरिया की न्यूज एजेंसी योनहॉप ने उत्तर कोरिया के मीडिया के हवाले से लिखा है कि उत्तर कोरिया अपने सेटेलाइट लांच करना जारी रखेगा, चाहे दक्षिण कोरिया कितना भी विरोध कर ले।