देखिए इराक के सिंजर में मिला आईएसआईएस का टनल टेरर
बगदाद। जून 2014 में आईएसआईएस ने इराक से अपने आतंका का साम्राज्य बढ़ाना शुरू किया था। आईएसआईएस ने इराक के कुछ अहम शहरों जैसे मोसुल और सिंजर से अपना आतंक फैलाना शुरू किया।
मोसुल जहां अभी तक आईएसआईएस का हेडक्वार्टर है तो वहीं सिंजर उसके हाथ से जा चुका है। सिंजर पर अब कुर्दिश फौजों का नियंत्रण है। इसी सिंजर में कुर्दिश सेना को आईएसआईएस के आतंक के उस जाल का पता लगा है जो जमीन से नीचे कई किलोमीटर तक फैला था।
कुर्दिश सेना को इराक के सिंजर में एक, दो नहीं बल्कि 40 ऐसी सुरंगें मिली हैं जहां से आतंकी अपना नेटवर्क चला रहे थे। आगे की स्लाइड्स पर क्लिक करिए और देखिए कैसे यहां से आईएसआईएस ने इराक के साथ दुनिया भर में अपनी दहशत फैलाई।
आईएसआईएस की सीक्रेट टनल
कुर्दिश सेना के मुताबिक उसे सिंजर में जमीन के नीचे 40 सुरंगों का पता चला है। कुर्दिश सेना के सिंजर कमांडर शामो इयाडो के मुताबिक सुरंगों का देखकर लगता है कि पूरे शहर में जमीन के नीचे यह नेटवर्क फैला हुआ है।
सुरंग के अंदर ही सोते आतंकी
यह सभी सुरंगें सारी सुविधाओं से लैस थी। यहां पर सेना को स्लीपिंग क्वार्ट्स, बिजली, सैंडबैग्स और कुछ दवाईयां मिली हैं।
कुरान के साथ बम बनाने का सामान
सेना को टनल में जहां कुरान की कॉपीज मिली हैं तो वहीं सेना को अमेरिका में निर्मित बम बनाने का एक इक्विपमेंट भी मिला है।
हथियार और बारूद छिपाते थे आतंकी
इयाडो की मानें तो इन सुरंगों का प्रयोग जहां आतंकी हवाई हमलों से अपनी रक्षा के लिए करते थे तो वहीं इनमें अपने हथियार और बारूद तक छिपाकर रखते थे। यह टनल उनके लिए एक तरह से सैनिक साजो-सामान को सुरक्षित रखने का जरिया थीं।
दिवार तक से रास्ता
सेना के मुताबिक यह टनल कई सैंकड़ों मीटर तक लंबी हैं। घरों से शुरू होने वाली इन टनल्स का रास्ता या तो फर्श से है या फिर दिवारों से है।
काफी संकरी हैं टनल्स
सेना का कहना है कि यह सुरंगें इतनी संकरी हैं कि सिर्फ एक ही व्यक्ति इनमें खड़ा हो सकता है। इसका एक हिस्सा किसी बंकर की तरह ही नजर आता है।
हमलों से पहले आईएसआईएस की तैयारी
बताया जा रहा है कि इन टनल्स को आईएसआईएस ने सीरिया और इराक में हवाई हमलों की शुरुआत से पहले ही तैयार कर लिया गया था। यह टनल्स उन घरों में बनी हैं जिन्हें लोग डर की वजह से अब छोड़कर जा चुके हैं।