प्रचंड के दौरे पर नेपाल को यह ऑफर दे सकता है भारत
नई दिल्ली। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के भारत दौरे को केंद्र सरकार भुनाना चाहती है।
जानकारों की मानें तो केंद्र की भाजपा नीत सरकार नेपाल को पूर्व पश्चिम रेलवे लाइन को विकसित करने में मदद करने का ऑफर दे सकती है।
गौरतलब है कि चीन का नेपाल में बढ़ रहे दखल के दौरान भारत का यह कदम अहम साबित हो सकता है।
पीएम बनने के बाद पहला दौरा कर रहे हैं प्रचंड
बता दें कि एक समय में विद्रोही कमांडर रहे प्रचंड ने पीएम बनने के बाद पहला दौरा भारत कर रहे हैं। वो चाहते हैं कि भारत के साथ नेपाल के रिश्ते फिर से बेहतर हो सकें।
वहीं नेपाल के पूर्व पीएम केपी.शर्मा ओली के बारे में माना जाता था कि वो चीन समर्थक हैं। उन्होंने कुछ ऐसे समझौते किए थे, जिसका सीधा मकसद था कि नेपाल की निर्भरता कम हो सके।
इतना ही नहीं बीती सरकार ने भारत पर आरोप लगाया था कि भारत ईंधन और कारोबार पर रोक लगा रहा है।
कल से दौरे पर हैं प्रचंड
बता दें कि प्रचंड का दौरा बृहस्पतिवार (15 सितंबर) से शुरू हो रहा है। इससे पहले प्रचंड ने काठमांडू में कहा था कि भारत और नेपाल का रिश्ता कुछ वक्त के लिए ठंडा पड़ गया था।
उन्होंने कहा था कि वो भारत नेपाल के बीच रिश्ते की कड़वाहट दूर करना चाहते हैं।
इससे पहले बता दें कि भारतीय रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि जिस रेल लाइन को विकसित करने की बात कही जा रही है वो 1,030 किलोमीटर की है। दोनों मुल्क इसकी आर्थिक शर्तों पर चर्चा कर रहे हैं।