राष्ट्रपति ओबामा के बाद अब नाटो ने उठाए रूस पर सवाल
ब्रसेल्स। मंगलवार को व्हाइट हाउस की ओर से सीरिया में जारी रूस के हमलों के खिलाफ एक बयान दिया गया था। इस बयान में कहा गया था कि रूस को सीरिया आईएसआईएस के खिलाफ जारी मिशन में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। अब नाटो ने भी रूस की आलोचना की है।
नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन यानी नाटो के महासचिव जेंस स्टोलटेनबर्ग ने कहा है कि सीरिया में रूसी सेना के हस्तक्षेप से सीरिया संकट के शांतिपूर्ण व लंबे राजनीतिक समाधान में मदद नहीं मिल रही।
नाटो के रक्षा मंत्री स्तर की बैठक में स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि उन्हें इस बात की है कि रूस मुख्य रूप से केवल आईएस को ही नहीं, बल्कि विपक्षी समूहों को भी निशाना बना रहा है और वर्तमान सरकार को सहयोग कर रहा है।
उन्होंने रूस से अपील की कि वह आईएसआईएस के खिलाफ लड़ाई में रचनात्मक व सहयोगी भूमिका अदा करे। वह असद को समर्थन करना बंद करे, क्योंकि उन्हें रूस का समर्थन सीरिया संकट के शांतिपूर्ण व दीर्घकालिक समाधान में योगदान नहीं है।
नाटो के महासचिव ने कहा कि सीरिया संकट के लिए राजनीतिक समाधान पाने के लिए नए सिरे से राजनीतिक पहल करने की जरूरत है, क्योंकि सैन्य कार्रवाई दीर्घकालीन समाधान नहीं है। उनका मानना है कि लड़ाई का अंत होना चाहिए और एक राजनीतिक समाधान निकलना चाहिए।