तो क्या नासा वैज्ञानिकों ने खोज ली दूसरी पृथ्वी?
नई दिल्ली। सुनकर अजीब लगा ना...लेकिन संकेत बता रहे हैं कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने ऐसे पृथ्वी के आकार वाले ग्रह को खोज निकाला है, जिस पर पानी पाया जाता है, पानी यानी मतलब जीवन।
नासा के इस प्रयास को हमारे वैज्ञनिक जगत की सबसे बड़ी उपलब्द्दि मानी जा रही है, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह ग्रह पृथ्वी की ही तरह चट्टानी है,जिसकी खोज उस टेलिस्कोप से की गई है जिसे कि ग्रह को खोजने के लिए साल 2009 में लांच किया गया था।
केपलर मिशन के तहत लांच किये गये इस टेलिस्कोप का व्यास 0.95 है, जो अभी तक एक लाख तारों की चमक पर नज़र रखता है, इस काम है तारों की चमक होने का हिसाब रखना क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि अगर तारे की चमक कम हई तो इसका मतलब यह हुआ कि उसकी कक्षा में कोई ग्रह चक्कर लगा रहा है या घूम रहा है।
जानें कैसे बारिश का पानी भर सकता है आपकी जेब ?
2015 में केपलर ने गोल्डिलॉक ज़ोन (जीवन की संभावना वाले) में आठ नए ग्रहों की खोज कर डाली है लेकिन इससे पहले पृथ्वी जैसे दो ग्रह केपलर-438बी और केपलर-442बी खोजे गए थे लेकिन यह अर्थ से बड़े थे और छोटे लाल सितारों का चक्कर लगा रहे थे जिनका का तापमान सूरज के मुकाबले कहीं ज़्यादा कम था।