सार्क समिट: हाथ मिलाएंगे, पर गुफ्तुगू नहीं करेंगे मोदी-शरीफ
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में हाल के दौर में सरहद पर हुई गोलीबारी के बाद पैदा हुई कटुता का असर काठमांडू में इस महीने की 26-27 तारीख को सार्क सम्मेलन में दिख सकता है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काठमांडू में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से अलग से मुलाकात नहीं करेंगे। हां, सम्मेलन के दौरान हाथ मिलाना हो सकता है।
दूसरी नेपाल यात्रा
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की आगामी नेपाल यात्रा दूसरी होगी। विदेश मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि मोदी काठमांडू में कुछ अन्य सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ आपसी संबंधों को मजबूत करने के लिए बात कर सकते हैं। विदेशी मामलों के जानकार मान रहे हैं कि नवाज शरीफ के मोदी के प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह के बाद जिस तरह का गर्मजोशी का माहौल दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच बना था, वह फिलहाल खत्म हो चुका है।
हालांकि एक राय यह भी है कि भारत को संवाद के रास्तों को जारी रखना चाहिए। संवाद खत्म हुआ तो उन ताकतों को बल मिलेगा जो नहीं चाहती कि भारत-पाकिस्तान के संबंधों में मिठास घुले। बहरहाल, सार्क सम्मेलन के दौरान साइबर अपराध, मानव तस्करी तथा राष्ट्रीय सीमाओं पर हथियारों की गैर-कानूनी आवाजाही जैसे समान हित के विषयों पर विचार होगा। इसके अलावा सार्क देश आतंकवाद के खिलाफ कैसे मिलकर लड़ सकते हैं,इस सवाल पर भी गहन विचार होगा।