पाक जेल में ऐश कर रहा है मुंबई का गुनहगार लखवी, मोबाइल, टीवी और इंटरनेट करता है प्रयोग
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। पेशावर के आर्मी स्कूल पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की तरफ से आतंकवाद के खिलाफ मोर्चा खोलने के ऐलान का उनके नाक के नीचे ही धज्जियां उड़ाई जा रही है। जी हां सैकड़ों लोगों की खून से अपना हाथ रंगने वाला, मुंबई आतंकी हमले (26/11) का मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी पाकिस्तान के रावलपिंडी जेल में ऐश की जिंदगी जी रहा है।
जेल में उसे ना सिर्फ फोन की सुबिधा दी गई है बल्कि वो आराम से इंटरनेट और टीवी का लुत्फ उठा रहा है। इतना ही नहीं वह हर दिन कई आगंतुकों से मुलाकात भी करता है और उनके साथ चाय की चुस्कियां लगाता है। बीबीसी की उर्दू सेवा ने जेल अधिकारियों के हवाले से बताया है कि जेलर की मंजूरी से ही लश्कर आतंकी को मोबाइल फोन, इंटरनेट, टीवी का इस्तेमाल करने और हर दिन दर्जनों लोगों से मिलने दिया जा रहा है। लखवी अपने मुलाकातियों से कभी भी मिल सकता है।
अधिकारियों के हवाले से जो खबर मिली है उसके मुताबिक लखवी से मिलने वाले आगंतुकों को किसी से अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ती, यहां तक कि उन्हें अपनी पहचान जाहिर करने की भी जरूरत नहीं है। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने लखवी को 26/11 मुंबई हमले का एक प्रमुख संदिग्ध घोषित किया था, जिसके चार दिन बाद पाकिस्तान ने सात दिसंबर, 2008 को उसे गिरफ्तार किया था।