नीले हीरे की चोरी बन गई श्राप, चोर बन बैठा एक बौद्ध भिक्षु
बैंकाक। वर्ष 1989 में सऊदी के राजकुमार के पास मौजूद एक नीले रंग के हीरे की चोरी हो गई थी। इस हीरे को थाइलैंड के क्रियांगक्राइ टेकामोंग ने चुराया था जो कि महल में माली का काम करते थे।
इस एक चोरी ने क्रियांगक्राइ की जिंदगी को बदलकर रख दिया और अब वह आपको चोर नहीं बल्कि एक बौद्ध भिक्षु के रूप में नजर आएंगे। क्रियांगक्राइ अपने कर्मों में सुधार कर अपने पापों का पाश्चाताप करना चाहते हैं।
क्रियांगक्राइ ने उस समय कई और जवाहरातों की चोरी भी की थी। आज वह मानते हैं कि यह नीले रंग का हीरा उनकी जिंदगी में दुर्भाग्य लेकर आया है। उस समय ही क्रियांगक्राइ को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था।
उनके पास से सारे जवाहरात तो पुलिस ने बरामद कर लिए लेकिन वह नीले रंग का हीरो पुलिस बरामद नहीं कर पाई। आज तक उस हीरे के बारे में किसी को कुछ भी नहीं मालूम है।
क्रियांगक्राइ मानते हैं कि इस हीरे को चुराने के बाद उनके परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा था।
क्रियांगक्राइ ने थाई राथ न्यूजपेपर को दिए इंटरव्यू में बताया है कि उन्हें इस बात पर यकीन है कि उनके साथ भी जो भी बुरा हुआ, वह उस नीले हीरे की वजह के श्राप की वजह से हुआ।
इसलिए उन्होंने फैसला किया है कि अपने बुरे कर्मों का प्रायश्चित करने के लिए बाकी जीवन भिक्षु के रूप में रहेंगे।